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दिल्ली से नीतीश कुमार की हुंकार, JDU चार राज्यों में अपने दम पर लड़ेगी चुनाव

दिल्ली से नीतीश कुमार की हुंकार, JDU चार राज्यों में अपने दम पर लड़ेगी चुनाव
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बिहार में जेडीयू और बीजेपी के बीच गठबंधन को लेकर चल रही अटकलों पर अब विराम लग गया है. जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक से पहले नीतीश कुमार ने पार्टी नेताओं के समक्ष साफ किया कि दोनों दलों के बीच गठबंधन बरकरार रहेगा. वहीं अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी ने 17-17 सीटों पर लड़ने का फॉर्मूला दिया है.
जदयू के महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि JDU चार राज्यों में अपने दम पर चुनाव लड़ेगी. साथ ही एक देश एक चुनाव को JDU का समर्थन करता है. इन सब फैसलों के साथ ही लोकसभा चुनाव के लिए नीतीश कुमार खुद फैसला लेने के लिए अधिकृत किये गये है. उन्होंने कहा कि इन्हीं सब बातों के साथ दिल्ली में JDU की कार्यकारणी बैठक खत्म की गई.

राजधानी दिल्ली स्थित बिहार भवन में पार्टी के महासचिव और सचिव समेत तमाम वरिष्ठ नेताओं के साथ हुई बैठक में तय किया गया कि जेडीयू की तरफ से नीतीश कुमार जो भी फैसला लेंगे पार्टी नेताओं को वह मान्य होगा. इस बैठक में शामिल अधिकांश नेता नीतीश के इस प्रस्ताव से सहमत थे कि बिहार में बीजेपी के साथ गठबंधन बरकरार रहना चाहिए. हालांकि इस दौरान यह भी तय किया गया कि बिहार के बाहर भी पार्टी अपना विस्तार जारी रखेगी.
जेडीयू के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि इस बैठक में शीट शेयरिंग को लेकर भी चर्चा हुई और तय किया किया गया बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से जेडीयू कम से कम 17-18 सीटों पर चुनाव लड़ेगी.इस दौरान पार्टी के नेताओं ने सीटों की दावेदारी पर मंत्रणा भी की. पार्टी के ही एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक, जेडीयू और बीजेपी के 17-17 सीटों पर लड़ने, जबकि लोजपा और रालोसपा के लिए 6 सीटें छोड़ने की बात कही गई.
जेडीयू के एक नेता ने कहा कि हम फिर से कह रहे हैं कि बिहार में बीजेपी के साथ हमारा गठबंधन जारी रहेगा और नीतीश कुमार एनडीए के नेता होंगे. नीतीश ने पार्टी की बैठक के दौरान इस बात का भी जिक्र किया कि वो तमाम आलोचनाओं के बीच किस तरह से सरकार चला रहे हैं. नीतीश ने कहा कि जब वह राजद के साथ सरकार में थे तो उनपर तरह-तरह के कमेंट किए जाते थे, लेकिन बीजेपी के साथ उनकी सरकार में ऐसा कुछ भी नहीं है.
बैठक के दौरान नीतीश ने इस बात का भी जिक्र किया कि मोदी लहर में बीजेपी ने भले ही 22 सीटें जीती हों, लेकिन ऐसे वक्त में जब हमने अपने 17 साल पुराने दोस्त से एक बार फिर से हाथ मिलाया है, हर किसी को बलिदान के लिए तैयार रहने की जरूरत है. बता दें कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह 12 जुलाई को पटना आ रहे हैं. ऐसे में जेडीयू की इस बैठक के बाद नीतीश कुमार की अमित शाह के साथ होने वाली मुलाकात को भी अहम माना जा रहा है.

शिव कुमार मिश्र

शिव कुमार मिश्र

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