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मौसम वैज्ञानिक रामविलास पासवान ने बताई मोदी मानसून की रफ्तार ढीली, कई प्रदेशों में सूखा की आशंका !
भारतीय जनता पार्टी की लगातार उपचुनाव में हो रही हार से राजग के समर्थक दलों में बैचैनी का माहौल उत्पन्न हो गया है. सबसे पहले शिवसेना की नारजगी थी लेकिन उसे चुहे बिल्ली की लड़ाई माना गया. अब तेलगूदेशम पार्टी का साथ छोड़ देना एक झटका. यह तेलगुदेशम अटल बिहारी बाजपेयी के द्वारा जोड़ी गई थी.
इसके बाद बिहार की समर्थक पार्टियों में रुख बदलने की होड़ मची गई. सबसे पहले हम पार्टी के जीतनराम मांझी ने यूपीए में जाकर एक नया रास्ता अख्तियार किया. उसके बाद रालोसपा मुखिया मंत्री उपेंद्र कुशवाहा की नाराजगी भी जग जाहिर है. वो कभी भी पाला बदलने को तैयार बैठे है. उनकी लालूप्रसाद यादव से मुलाकात भी इस ओर इशारा करती है.
ये सब चल रहा था उसी समय एक और साथी मंत्री रामविलास पासवान ने भी अपने सांसद बेटे के साथ कुछ अलग बयान दे दिया है. हालांकि रामविलास पासवान को राजनीति मौसम वैज्ञानिक कहा जाता है. उनको पहले ही आभास होने लगता है कि अब इनकी सरकार में कुछ न कुछ गड़बड़ है. अब इसके दो केंद्रीय मंत्री उनको समझाने पहुंचे.
इसके बाद भी शिवसेना का रुख शांत नहीं हो रहा है. वो तो साफ़ भी कर चुकी है कि अगली सरकार मोदी की नहीं होगी बीजेपी की सीटें भी बहुत कम बताई है. इन सब बातों से भारत में एक नई राजनीत जन्म ले रहे है. उधर टीआरएस के नेता तीसरे फ्रंट की बात कर रहे है.
इस दौरान राजद नेता तेजस्वी यादव ने यह कहकर ओर राजनैतिक सरगर्मी तेज कर दी. बोले सभी आने वाले नेताओं का उनके साथ आने पर स्वागत है. आइये मिलकर पलटूराम योजना से बिहार को बचाएं.
क्या राजस्थान , बिहार , यूपी के उपचुनाव हार के बाद बीजेपी में भी बैचैनी का माहौल बना हुआ है. बीजेपी के अंदर भी एक विरोधियों का खेमा जन्मा हुआ है. वो भी कुछ अपने करतव जरुर दिखाएगा. इसमें भी बिलकुल सच्चाई नजर आ रही है.