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दिवाली से पहले जानें, ज्वेलर कैसे-कैसे अपने ग्राहकों को ठगते हैं, जान लें ये 10 बातें

Arun Mishra
16 Oct 2017 4:03 AM GMT
दिवाली से पहले जानें, ज्वेलर कैसे-कैसे अपने ग्राहकों को ठगते हैं, जान लें ये 10 बातें
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अगर आप सोने खरीदने की प्लानिंग कर रहे हैं तो आपको कुछ बातों का ध्यान पहले से रखना होगा.


जानिए ये दस बड़ी बातें

  1. सोने के गहनों की खरीदारी करते हुए आप इतने उत्साहित होते हैं कि कई बार अपने उत्साह में ये भूल जाते हैं कि आपके साथ ठगी भी हो सकती है. खासतौर से त्यौहारी सीजन में ज्वेलर्स बहुत ठगी करते हैं. भीड़भाड़ और समय कम होने के कारण जिन छोटी-छोटी बातों पर आप ध्यान नहीं दे पाते, वहीं ज्वेलर्स ठगी कर देते हैं.
  2. अगर आप सोने खरीदने की प्लानिंग कर रहे हैं तो आपको कुछ बातों का ध्यान पहले से रखना होगा. 1. खरीदारी से पहले अपने शहर में सोने के दाम पता कर लें. एक दुकान से नहीं, कई दुकानों से प‍ता करें. ऐसी दुकान से ही खरीदारी करें, जो आपके घर के नजदीक हो और जिस पर विश्वास करते हों.
  3. आपको कितने कैरेट का सोना लेना है, इसके बारे में पहले ही निर्णय ले लें. ध्यान रहे कि कैरट के साथ सोने के गहनों की गुणवत्ता और कीमत में अंतर आता है
  4. सोने के गहनों की कीमत को विभाजित करके देखें. यानी कि गहने की जो भी कीमत है, उसमें मेकिंग चार्ज कितना और जीएसटी कितना है आदि. सोने का गहना खरीदने से पहले गहने का वजन जरूर देखें.
  5. सोना खरीदते वक्त उसकी क्वॉलिटी पर जरूर गौर करें. सबसे अच्छा है कि हॉलमार्क देखकर सोना खरीदें. हॉलमार्क सरकारी गारंटी है. हॉलमार्क का निर्धारण भारत की एकमात्र एजेंसी ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड (बीआईएस) करती है. इसका एक फायदा यह भी है कि जब आप इसे बेचने जाएंगे या रिप्लेस करने जाएंगे तो इसमें से डिप्रेसिएशन कॉस्ट नहीं काटी जाएगी.
  6. अगर कोई ज्वेलर आपको 24 कैरेट गोल्ड के गहने देने का दावा कर रहा है तो समझ लें कि वो फर्जी है. क्योंकि 24 कैरट सबसे शुद्ध सोना होता है और इसमें गहने नहीं बनते. क्योंकि यदि इसका गहना बना तो वह बहुत जल्दी टूट जाएगा. क्‍योंकि वो बेहद मुलायम होता है.
  7. आमतौर पर आभूषणों के लिए 22 कैरेट सोने का इस्तेमाल किया जाता है, जिसमें 91.66 फीसदी सोना होता है. हॉलमार्क पर पांच अंक होते हैं. सभी कैरेट का हॉलमार्क अलग होता. कैरेट के अनुसार हॉलमार्क का नंबर : 22 कैरेट पर 916, 21 कैरेट पर 875 और 18 पर 750 लिखा होता है. इससे शुद्धता में शक नहीं रहता.
  8. कैरेट गोल्ड का मतलब होता हे 1/24 पर्सेंट गोल्ड. यदि आपके आभूषण 22 कैरेट के हैं तो 22 को 24 से भाग देकर उसे 100 से गुणा करें. कीमत इसी पर तय होती है.
  9. (22/24)x100= 91.66 यानी आपके आभूषण में इस्‍तेमाल सोने की शुद्धता 91.66 फीसदी है. मसलन 24 कैरेट सोने का रेट टीवी पर 27000 है और बाजार में इसे खरीदने जाते हैं तो 22 कैरेट सोने का दाम (27000/24)x22=24750 रुपए होगा. जबकि ज्वैलर आपको 22 कैरेट सोना 27000 में ही देगा. यानी आप 22 कैरेट सोना 24 कैरेट सोने के दाम पर खरीद रहे हैं. ऐसे ही 18 कैरेट गोल्ड की कीमत भी तय होगी.
  10. (27000/24)x18=20250 जबकि ये ही सोना ऑफर के साथ देकर ज्वैलर आपको छलते हैं. यदि आप इस कैल्कुलेशन के हिसाब से सोना खरीदेंगे तो बाजार में कभी धोखा नहीं खाएंगे.
  11. अगर सोने का सिक्का खरीद रहे हैं तो: असली और नकली सिक्कों की पहचान वे उसकी खनक से करते हैं. मेटल पर असली चांदी का सिक्का गिराने पर भारी आवाज, जबकि नकली सिक्का लोहे की तरह खनकता है. प्राचीन और विक्टोरियन सिक्के गोल व घिसे रहते हैं, जबकि नकली सिक्कों के किनारे कोर खुरदुरी रहती है.

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