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आज फिर लगातार पांचवें दिन बढ़े पेट्रोल-डीजल के दाम, जानें- अब क्या है रेट

Arun Mishra
9 July 2018 5:38 AM GMT
आज फिर लगातार पांचवें दिन बढ़े पेट्रोल-डीजल के दाम, जानें- अब क्या है रेट
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डॉलर के मुकाबले रुपए का स्तर अपने सबसे निचले स्तर पर है. रुपया करीब 70 के स्तर पर पहुंच चुका है.
नई दिल्ली : अंतरराष्ट्रीय बाजार में बढ़ती कच्चे तेल की कीमतों के चलते फिर बढ़ने शुरू हो गए हैं पेट्रोल-डीजल के दाम. लगातार पांचवें दिन पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ाए गए हैं. इंडियन ऑयल की साइट के मुताबिक पेट्रोल के दाम दिल्ली में 76.36 रुपये प्रति लीटर हो गया है, दिल्ली में डीजल की कीमत 76.13 रुपए हो गई है. पेट्रोल पर 81 पैसे और डीजल 57 पैसे बढ़ाए जा चुके हैं.
अन्य राज्यों में ये है पेट्रोल-डीजल की कीमत
चेन्नई और कोलकाता में पेट्रोल के दाम 79.25 और 79.03 रुपये प्रति लीटर दाम क्रमश: हो गए. मुंबई में पेट्रोल के दाम 83.75 रुपये प्रति लीटर है जो देश में मेट्रो में सबसे ज्यादा है. डीजल के दाम कोलकाता में 70.62 रुपये प्रति लीटर हो गया है. मुंबई में 72.23 रुपये प्रति लीटर तो चेन्नई में 71.85 रुपये प्रति लीटर दाम हो गए हैं.
चेन्नई और कोलकाता में पेट्रोल के दाम 79.25 और 79.03 रुपये प्रति लीटर दाम क्रमश: हो गए. मुंबई में पेट्रोल के दाम 83.75 रुपये प्रति लीटर है जो देश में मेट्रो में सबसे ज्यादा है. डीजल के दाम कोलकाता में 70.62 रुपये प्रति लीटर हो गया है. मुंबई में 72.23 रुपये प्रति लीटर तो चेन्नई में 71.85 रुपये प्रति लीटर दाम हो गए हैं.

कीमत बढ़ने की वजह है डॉलर के मुकाबले कमजोर होता रुपया
डॉलर के मुकाबले रुपए का स्तर अपने सबसे निचले स्तर पर है. रुपया करीब 70 के स्तर पर पहुंच चुका है. यही वजह है कि तेल कंपनियों को अपना मार्जिन सुधारने के लिए पेट्रोल-डीजल की कीमतों में इजाफा करना पड़ रहा है. दरअसल, भारत अपनी खपत का 80 फीसदी क्रूड इंपोर्ट करता है. जिसका भुगतान कंपनियों को डॉलर में करना होता है. रुपया कमजोर होने से कंपनियों को ज्यादा कीमत चुकानी पड़ रही है. यही वजह है कि पिछले पांच दिनों में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में लगातार इजाफा हुआ है.

क्रूड में दिखेगा उतार-चढ़ाव
एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगले कुछ दिनों पेट्रोल-डीजल के दाम में तेजी बनी रह सकती है. ईरान पर अमेरिका की तरफ से प्रतिबंध लगाने के बाद मार्केट में ऑयल सप्लाई में कमी आने की आशंका है. इस कारण क्रूड की कीमतों में लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है. हालांकि, ओपेक देशों ने हाल ही में रोजाना 10 लाख बैरल ज्यादा तेल सप्लाई का ऐलान किया था. लेकिन इतने से तेल की मांग पूरी नहीं हो पाएगी. इसलिए अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल के दाम में बढ़ोतरी हो रही है.
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