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संजय आजाद की कलम से
हमारे महान भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी जी जरा इधर भी नजरें इनायत करें. मोदी के देश और योगी के प्रदेश में ये क्या हो रहा है ?
कुछ ऐसा ही हो गया है अधिकांश पुलिस - पत्रकार का गठजोड़ . ऐसे पत्रकारों पर अंकुश लगाना होगा वर्ना रही सही भी धुल देंगे ऐसे माफियाई पत्रकार !
ये वीडियो एक पीड़ित की आवाज बनकर दुर्भाग्य से मेरे पास भी आ गया है जिसमें आज की पुलिस का ऐसा रूप तो नजर आया ही लेकिन इसके साथ ही साथ दलाल मीडिया का भयावह और कलंकित चेहरा भी साक्षात देखने को मिल रहा है।
थानों में FIR का न लिखा जाना कोई नई बात नहीं है यहां तक कि प्रार्थनापत्रों को आसानी से प्राप्त करके उनकी रिसीविंग न देना भी आम बात है। वीडियो को देखकर इसकी प्रमाणिकता को नकारा नहीं जा सकता। है जिसमें प्राप्ति देने से भी साफ मना किया जा रहा है । बावजूद इसके हमारी सरकार और सरकार के मुंह लगी कुछ ऐसी ही दलाल मीडिया फर्जी की सरकारी वाहवाही लुटवाने से बाज नहीं आ रही है।
इस वीडियो को अपने-अपने स्तर से इतना शेयर कर दीजिये कि उ० प्र० पुलिस - प्रशासन और दलाल मीडियाकर्मियों की खुली गुंडागर्दी इनके संस्थानों के बॉस तक पहुंचाई जा सके और सोई हुई सरकार को जगाया जा सके ।
दिल नहीं माना सो शेयर करने का मन बना लिया. पूरी निडरता के साथ इस वीडियो को इस हद तक वायरल कर दीजिये कि सरकारों की नींद हराम हो जाये और पीड़ित को न्याय मिल जाये ।
यही हम सब का मकसद होना चाहिए.