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पत्रकारों को गोली मारने के आदेश का ऑडियो वायरल, जांच के आदेश
छत्तीसगढ़ : देश में पिछले कुछ दिनों से पत्रकारों पर जानलेवा हमला या फिर उनकी हत्याओं की घटनाओं पर विरोध प्रदर्शन तेज हो गए हैं। ऐसे में छत्तीसगढ़ में कथित रूप से वायरलेस मैसेज में नक्सलियों की खबर बनाने वाले पत्रकारों को गोली मारने के आदेश का ऑडियो वायरल हो गया है। जिसकी अब जांच के आदेश दे दिए गए है।
दरअशल छत्तीसगढ़ में सोशल मीडिया 'वाटसअप' के अनेक समूहों में एक ऑडियो वारयल हो रहा है। जिसमें वायरलेस सेट में पत्रकारों को देखते ही गोली मार देने का फरमान सुनाया गया है। इसे सुनकर तो रोंगटे खड़े हो गए, ऑडियो में एक व्यक्ति दूसरे व्यक्ति को एलर्ट रहने और जो पत्रकार नक्सलियों को कवर करने जाए उसे मरवाने की हिदायत दे रहा है। वहीं दूसरा व्यक्ति राजर सर, राजर सर, ठीक है, ओके कह रहा है।
ऑडियो में अधिकारी ने जवान से कहा, 'वो नक्सली तो नहीं हैं, इधर कोई घटना करने आया हो। देख लो कौन है। क्या है। तस्दीक कर लो। उसके बाद सब लिखा-पढ़ी बन जाती है। देख लेना। समझे। उधर सब संभाले रहना। सब छोटी बड़ी फोर्स इधर-उधर पर है। हाई अलर्ट रहना। उधर से कोई पत्रकार नक्सलियों को कवर करने जाएगा, उसको सीधा मरवा देना।'
इस ऑडियो के सामने आने के बाद पत्रकारों में भय के साथ-साथ आक्रोश का वातावरण है। सीआरपीएफ के डीआईजी आलोक अवस्थी ने इस ऑडियो के जांच होने की बात कही है। उन्होंने कहा कि यदि यह ऑडियो सही है तो मैं डीआईजी होने के नाते इसकी घोर निंदा करता हूं। इस मामले में उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए। इसमें जो भी दोषी है उन्हें सजा मिलनी चाहिए।