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आखिर कांग्रेस की नीतियों में ही बीजेपी को क्यों दिखता है देश का विकास?
देश में कांग्रेस मुक्त भारत का सपना लेकर भारतीय जनता पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनता का विश्वास जीत लिया. उसके बाद जनता के ऊपर लगातार कांग्रेस द्वारा बनाई गई नीतियाँ थोपी गई. नीतियाँ वो थोपी गई जिनका देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के सीएम रहते हुए प्रबल विरोध करते रहे.
सबसे पहले बात जीएसटी पर करते है. जब पूरे देश में अधिकतर राज्यों में कांग्रेस नीत सरकारें थी तो केंद्र में मौजूद यूपीए 2 की सरकार देश गुड्स सिविस टेक्स लागू करना चाहती थी. उसका सबसे पहले गुजरात के मौजूदा चीफ मिनिस्टर नरेंद्र मोदी ने विरोध किया और फिर सभी बीजेपी नीत राज्यों में भी विरोध होना शुरू हो गया. यूपीए ने विरोध की बजह और भाजपा द्वारा देश विरोधी बताये जाने पर यह कानून ठंडे बस्ते में डाल दिया. वही कानून प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी को देश के लिए विकसित योजना लगी और सरकार ने लागू की.
अब बात करते है एफडीआई को लेकर. एफडीआई को लेकर यूपीए 2 सरकार पर भारतीय जनता पार्टी के नेता जन्तर मन्तर पर भी नजर आये अब उसी एफडीआई से देश का सर्वांगीण विकास होता बीजेपी को कैसे दिख रहा है यह समझ में नहीं आ रहा है. लेकिन देश में कांग्रेस की नीतियाँ लागू करने के बाद यह जरुर नजर आ रहा है कि देश हित के लिए बीजेपी के पास कोई फार्मूला नहीं है. यह केवल बोलने से विकास नहीं होता है हकीकत में लागू करने से होता है देश में इस समय रोटी रोजगार के समस्या मुंह बाए खड़ी है.
अब यह समझ में नहीं आ रहा है कि देश में किस तरह की राजनीत जन्म ले रही है. युवा अपने मन में हींन भावना लेकर शांत होता नजर आ रहा है उसे अपना भविष्य समझ में नहीं आ रहा है. इधर विपक्ष भी विकल्प नहीं दे पा रहा है. आखिर किस ओर जाय यह युवा शक्ति और अपना कार्य करे.