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गुजरात विधानसभा से कांग्रेस के 15 विधायक निलंबित, 50 अन्य ने सदन से किया वॉकआउट
गुजरात : गुजरात विधानसभा में इन दिनों बजटसत्र चल रहा है। इस बीच प्रश्नकाल के दौरान मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने सरकार की योजनाओं का जबरदस्त विरोध किया। वहीं विरोध के बीच कांग्रेस के नेता विपक्ष परेश धनानी का विधानसभा अध्यक्ष के इशारे पर माईक बंद करने को लेकर जबरदस्त हंगामा हो गया। जिसके बाद कांग्रेस के सभी विधायक विधानसभा में वेल तक आ गए।
गुजरात विधानसभा के अध्यक्ष राजेंद्र तिवारी ने आसन के सामने सरकार विरोधी नारेबाजी करने और वहीं बैठ जाने पर बुधवार को कांग्रेस के करीब 15 विधायकों को एक दिन के लिए निलंबित कर दिया। इसके अलावा एक अन्य कांग्रेस विधायक को 2 दिन के लिए निलंबित किया गया है।
एक दिन के लिए सदन से निलंबित विधायकों की सही संख्या तत्काल स्पष्ट नहीं हो पायी है। निलंबन और बाहर निकाले जाने के बाद कांग्रेस के करीब 50 विधायक विधानसभा से सदन छोड़कर चले गए।
दरअसल प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस ने हंगामा किया कि पेट्रोल डीजल पर जीएसटी के बावजूद वैट लिया जाता है। इस मुद्दे पर सरकार को घेरते हुए हंगामा किया गया। उन्होंने यह भी जानना चाहा कि क्या सरकार की लोगों को राहत देने के वास्ते ईंधन पर कर घटाने की भी कोई योजना है। इसके बाद हंगामा बढ़ने पर सभी विधायक को सस्पेंड किया गया।
अपने जवाब में उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने कहा कि सरकार ईंधन पर 20 फीसद वैट लगाती है. उन्होंने फिर गुजरात की तुलना पंजाब और कर्नाटक जैसे कांग्रेस शासित राज्यों से की और दावा किया कि ये राज्य 28 और 30 फीसद वैट लगाते हैं जो गुजरात से काफी अधिक है।
कांग्रेस ने विधानसभा गृह में नारे लगाये कि ''खून हुआ, भाई खून हुआ, लोकशाही का खून हुआ।'' वहीं गृह से निकाले जाने पर सभी कांग्रेस विधायकों ने विधानसभा के अध्यक्ष के ऑफिस का घेराव किया और उनके चेम्बर के बाहर विधायकों ने जमकर नारेबाजी की।