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हनीप्रीत ने किया खुलासा: पंचकूला हिंसा में थी शामिल, इस तरह रची गई दंगे की साजिश

Vikas Kumar
11 Oct 2017 9:16 AM GMT
हनीप्रीत ने किया खुलासा: पंचकूला हिंसा में थी शामिल, इस तरह रची गई दंगे की साजिश
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आखिरकार पुलिस की सख्ती के आगे हनीप्रीत टूट गई। गुरमीत राम रहीम की सबसे बड़ी राजदार हनीप्रीत ने आखिरकार कबूल कर लिया कि वो पंचकूला में हुई हिंसा की साजिश में शामिल थी। उसने बताया कि...

हरियाणा : रेप के मामले में 20 साल की सजा काट रहे गुरमीत राम रहीम की मुंहबोली बेटी हनीप्रीत को पुलिस ने कस्टडी में लेकर लगातार उससे पंचकूला हिंसा मामले में पूछताछ कर रही है। आखिरकार पुलिस की सख्ती के आगे हनीप्रीत टूट गई। उसने ये कबूल कर लिया है कि वो पंचकूला में हुई हिंसा की साजिश में शामिल थी।

सूत्रों के मुताबिक राम रहीम की सबसे बड़ी राजदार हनीप्रीत ने आखिरकार कबूल कर लिया कि 25 अगस्त को भड़की हिंसा की मास्टरमाइंड वहीं है। हरियाणा पुलिस की एसआईटी को पूछताछ के दौरान पहली बार खुलासा करते हुए हनीप्रीत ने माना कि राम रहीम को रेप केस में दोषी ठहराए जाने के बाद भड़की हिंसा की साजिश में वह शामिल थी।

पूछताछ के दौरान उसने बताया 17 अगस्त को डेरे में एक मीटिंग हुई थी, जिसमें हिंसा की साजिश रची गई। हिंसा की साजिश के तहत किसको कहां भेजना है, किन इलाकों में हिंसा फैलाई जानी है, इसकी जानकारी उसे पहले से ही थी। इसके लिए एक मैप तैयार किया गया था। डेरा के जिन खास विश्वासपात्रों की तैनाती की गई थी, उनके नाम और रोड मैप हनीप्रीत के एक लैपटॉप में सुरक्षित हैं।

बता दें पुलिस ने मंगलवार को पंचकूला की अदालत में हनीप्रीत का रिमांड बढ़ाए जाने के वक्त जो दलील दी, उसमें बताया गया था कि उसे सिरसा में हनीप्रीत के लैपटॉप की बरामदगी करनी है। हनीप्रीत इससे पहले एक डायरी का भी जिक्र कर चुकी है।

सूत्रों की मानें तो हनीप्रीत के लैपटॉप और सीक्रेट डायरी में हिंसा से संबंधित मानचित्र और डेरा के राजदारों की जानकारी है। बताया तो ये भी जा रहा है कि हनीप्रीत के लैपटॉप और सीक्रेट डायरी में डेरे के खजाने और काले कारनामों की जानकारियां भी मौजूद हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक हनीप्रीत को मालूम है कि डेरे से इधर-उधर किया गया पैसा कहां छिपाकर रखा गया है।

आपको बता दें हनीप्रीत की गिरफ्तारी के बाद पंचकूला कोर्ट से पुलिस को हनीप्रीत की छह दिन की रिमांड मिली थी। इस दौरान पुलिस उसे पूछताछ के लिए कई ठिकानों पर ले गई। पुलिस जानना चाहती थी कि हनीप्रीत जब फरार थी तब कहां कहां रुकी और किसने उसकी मदद की। रिमांड पूरी होने तक पुलिस उससे कुछ खास नहीं जान पायी। जिसके बाद पुलिस की दोबारा रिमांड की मांग पर कोर्ट ने पुलिस को तीन दिन की और रिमांड दी।

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