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बुर्कीना फासोः 18 देशों के 28 मरे, अलकायदा ने कहा 'हमने खून और लाश के चिथड़ों से पैगाम लिखा है'

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17 Jan 2016 4:03 AM GMT


अफ्रीकी देश बुर्कीना फासो की राजधानी ऊगाडूगू में होटल पर हमला करने आए आतंकियों ने 12 घंटे से भी ज्यादा वक्त तक लोगों को बंधक बनाए रखा। शनिवार रात थमी फायरिंग में 18 देशों के कम से कम 28 लोगों के मारे जाने की खबर है। सुरक्षाबलों ने 120 बंधक छुड़ा लिए। 30 लोग जख्मी हैं। सभी चार आतंकी मारे गए।

इटली, रूस, कनाडा और फ्रांस के नागरिक मारे
कई लोगों ने 12 घंटे तक बाथरूम में छिपकर अपनी जान बचाई। मृतकों में इटली, रूस, कनाडा, स्विट्जरलैंड और फ्रांस जैसे देशों के नागरिक शामिल हैं। इनमें पांच साल के एक बच्चे और उसकी मां की भी पहचान हुई है, जो इटली के थे। बुर्कीना फासो की राजधानी ऊगाडूगू में शनिवार सुबह एक बड़े होटल पर आतंकी हमला हुआ था।


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आतंकियों में दो महिलाएं भी
सुरक्षा बलों के मुताबिक आतंकियों में दो महिलाएं भी थीं। एक की भाषा अफ्रीकी ही थी। वे जिस गाड़ी से आए थे, उस पर पड़ोसी मुल्क नाइजर की नंबर प्लेट थी। चश्मदीदों के मुताबिक आतंकी अल्लाहू अकबर चीखते हुए होटल में दाखिल हुए थे। फ्रेंच और अरबी में भी बात कर रहे थे। उन्होंने साहेल इलाके में पहनी जाने वाली पगड़ी बांध रखी थी।

अलग-अलग देशों के लोगों को मारना ही था मकसद

बुर्किना फासो के सुरक्षा मंत्री साइमन कॉम्पाओर ने इसकी पुष्टि की है। तीन आतंकियों के शवों की पहचान कर ली गई है। आतंकियों का मकसद अलग-अलग देशों के ज्यादा से ज्यादा लोगों को मारना था। जिस होटल पर हमला हुआ वहां यूएन स्टाफ ठहरता है और यह पश्चिमी देशों के लोगों में लोकप्रिय है।


अल कायदा बोला 'हमने खून और लाश के चिथड़ों से पैगाम लिखा है'
हमले की जिम्मेदारी अल कायदा ने ली है। उसने एक ऑडियो टेप जारी कर कहा है कि हमने खून और लाश के चिथड़ों से पैगाम लिखा है। चश्मदीदों के मुताबिक स्प्लेंडिड होटल के बाहर दो कार बम धमाके हुए। इसके बाद तीन से चार हमलावर होटल में घुस गए। इस होटल में ज्यादातर संयुक्त राष्ट्र के कर्मचारी ठहरते हैं।

आतंकियों पर आक्रामक कार्रवाई
विदेश मंत्री अल्फा बेरी के मुताबिक सुरक्षाबलों ने बंधकों को छुड़ाने के लिए आक्रामक कार्रवाई की। उन्होंने हमले के बाद कहा था कि फ्रांसीसी सुरक्षा बलों समेत विदेशी सुरक्षाकर्मियों की भी मदद ली जा सकती है। हमले की जिम्मेदारी अल कायदा से जुड़े इस्लामिक मगरिब नाम के आतंकी गुट ने ली है।

बीते साल माले में हुआ था हमला
बीते साल नवंबर में पड़ोसी देश माली की राजधानी माले में रैडिसन ब्लू होटल पर भी ऐसा ही हमला हुआ था। उसमें भी 21 लोग मारे गए थे। इसकी जिम्मेदारी भी अल कायदा से ही जुड़े एक आतंकी गुट ने ली थी। वहां भी आतंकियों ने कई लोगों को बंधक बना लिया था। इसके बाद 10 दिन का आपातकाल भी लगा दिया गया था।

बुर्कीना फासो में हाल ही में राष्ट्रपति चुनाव हुए थे। ये चुनाव पिछले साल ही सैन्य तख्तापलट के बाद हुए थे। सैन्य तख्तापलट में 27 सालों से शासन कर रहे ब्लेस कैंपाउरे को पद से हटा दिया गया था।
स्रोत आज तक
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