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राष्ट्रीय
इस भारतीय महिला की वजह से आयरलैंड में बदला गर्भपात कानून
Arun Mishra
27 May 2018 10:40 AM GMT
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एक भारतीय की वजह से आयरलैंड में गर्भपात कानून बदल गया है।
नई दिल्ली : एक भारतीय की वजह से आयरलैंड में गर्भपात कानून बदल गया है। आयरलैंड में भारतीय दंतचिकित्सक सविता हलप्पनवार को 2012 में गर्भपात की इजाजत नहीं मिलने पर एक अस्पताल में उनकी मौत हो गई थी। जिसके बाद से ही आयरलैंड में गर्भपात कानून में बदलाव की मांग तेज हो गई थी। इसी कड़ी में 25 मई को यहां गर्भपात पर लगे प्रतिबंध को हटाने के लिए किए गए जनमत संग्रह कराए गए। इसमें 66.4 लोगों ने गर्भपात के पक्ष में मतदान किया। यानी 66 फीसद से ज्यादा लोग चाहते थे कि यह प्रतिबंध हटाया जाए जबकि 33 फीसदी लोग गर्भपात पर प्रतिबंध के पक्षधर थे।
Tragic death: Savita Halappanavar (PA)
दरअसल सविता मां बनने वाली थी, इसी दौरान उसके पेट में दर्द होने लगा। सविता के इलाज के लिए उसका गर्भपात जरूरी था लेकिन देश की कानून की वजह से डॉक्टरों ने ऐसा करने से मना कर दिया। हालांकि सविता और उसके पति डॉक्टरों से कहा कि वो हिंदू हैं, लिहाजा उनपर कैथोलिक कानून थोपा नही जा सकता। लेकिन डॉक्टरों ने माफी मांगते हुए कहा हैकि यह एक कैथोलिक देश है और यहां के कानून के मुताबिक हम जीवित भ्रूण का गर्भपात नहीं कर सकते। और कुछ दिनों बाद सविता की मौत हो गई।
भारतीय मूल की 31 वर्षीय सविता हलप्पनवार आयरलैंड में बतौर डेंटिस्ट काम करती थी। साल 2012 में सविता ने आयरलैंड सरकार से गर्भपात की इजाजत मांगी थी लेकिन सरकार से गर्भपात की इजाजत ना मिलने के कारण सविता की आयरलैंड के यूनिवर्सिटी अस्पताल में मौत हो गई थी।
आयरलैंड में गर्भपात पर हुए जनमत संग्रह के बाद सविता के पिता ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि मैं इस खबर से बहुत-बहुत खुश हूं। साथ ही उऩ्होंने जनमत संग्रह में गर्भपात के पक्ष में वोट करने के लिए आयरलैंड की जनता का धन्यवाद भी किया है।
सविता के पिता ने इसके साथ ही गर्भपात को लेकर बनने वाले नए कानून का नाम अपनी बेटी के नाम पर रखने की भी इच्छा जाहिर की है।
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