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राष्ट्रीय
रूस सहित इन देशों में फिर साइबर हमले की दस्तक, अमेरिका ने जारी की चेतावनी
Ekta singh
25 Oct 2017 6:43 AM GMT
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एक साइबर कंपनी ईएसईटी के शोधकर्ता रॉबर्ट लिपोस्की ने बताया, 'यह हमले परेशान कर रहे हैं क्योंकि हमलावरों ने परिवहन संचालकों सहित बहुत महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को तुरंत संक्रमित किया है.
रूस समेत कुछ देश फिर साइबर हमले का शिकार हो गए है. 'बैड रैबिट' नामक मालवेयर का इस्तेनमाल कर इसे अंजाम दिया गया है. जहां रूस की इंटरफैक्सि न्यूज एजेंसी पर इसका असर देखने को मिला है.
यूक्रेन के एयरपोर्ट पर विमान सेवाएं भी प्रभावित हुईं. हालांकि इसकी वजह से अभी तक किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं आई है, लेकिन अमेरिका ने साइबर हमले को लेकर चेतावनी जारी कर दी है.
बता दें कि मई-जून में अमेरिका में इसी तरह के साइबर हमले की वजह से काफी परेशनी हुई थी. और इसे हमले की वजह से दुनिया भर में कई बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ था. ऐसी परिस्थितियों से बचने के लिए अमेरिका ने चेतावनी जारी कर दी है.
एक साइबर कंपनी ईएसईटी के शोधकर्ता रॉबर्ट लिपोस्की ने बताया, 'यह हमले परेशान कर रहे हैं क्योंकि हमलावरों ने परिवहन संचालकों सहित बहुत महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को तुरंत संक्रमित किया है. इससे साफ पता चलता है कि यह 'अच्छी तरह से समन्वित' अभियान था.
ईएसईटी की मानें तो इस हमले के आधे से ज्यादा पीड़ित रूस से हैं. इसके बाद यूक्रेन, बल्गेरिया, तुर्की और जापान हैं. अमेरिका के डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्यॉरिटी ने 'बैड रैबिट' को लेकर चेतावनी जारी करते हुए कहा कि यह एक प्रकार का वायरस है जो आपके कम्प्यूटर को लॉक कर देता है और उसे अनलॉक करने के लिए पैसा मांगता है. इस हमले में किसी भी अमेरिकी को परेशानी की खबर नहीं है.
रूस की सबसे बड़ी न्यूज एजेंसी इंटरफेक्स ने बताया कि इसकी कुछ सेवाएं इस साइबर हमले की वजह से प्रभावित हुई हैं, जिन्हें मंगलवार रात तक ठीक कर लिया गया था.
मगर लोगों से इस तरह की चीजों से बचने की सलाह दी जा रही है और किसी भी वायरस की सूचना होने पर वे सरकार के इंटरनेट क्राइम कम्लेंों ट सेंटर के जरिए एफबीआई को इसकी जानकारी दें.
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