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नई दिल्ली : जम्मू कश्मीर के पहलगाम और बालताल से शुरू हुई अमरनाथ यात्रा बारिश के चलते फिलहाल रोक दी गई है। बालताल के आस पाल मौसम के बिगड़ने की वजह से श्रद्धालुओं को कैंपों में रहने को कहा गया है। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे बारिश की संभावना जताई है। इस साल, अमरनाथ यात्रा के लिए दो लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने पंजीकरण करवाया है। बुधवार को अभूतपूर्व सुरक्षा के बीच 3,000 श्रद्धालुओं के पहले जत्थे की रवानगी के साथ यह यात्रा शुरू हुई थी।
अधिकारियों ने बताया कि कुल 2,995 श्रद्धालु 107 वाहनों और चार मोटरसाइकिलों में अनंतनाग में नुनवान-पहलगाम तथा गंदेरबल जिलों में बालटाल के आधार शिविर के लिए रवाना हुए। करीब 1,904 तीर्थयात्री पहलगाम से 36 किलोमीटर लंबे पारंपरिक मार्ग से यात्रा करेंगे जबकि 1,091 अन्यों ने बालटाल से 12 किलोमीटर लंबे मार्ग से यात्रा करने के लिए पंजीकरण कराया है। यह तीर्थयात्रा 'रक्षा बंधन' उत्सव के साथ 26 अगस्त को समाप्त होगी।
#Visuals from Baltal after #AmarnathYatra was stalled due to heavy rainfall. #JammuAndKashmir pic.twitter.com/2GiTFIkXvP
— ANI (@ANI) June 28, 2018
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, अभी तक यात्रा के लिए दो लाख श्रद्धालुओं ने पंजीकरण कराया है। सरकार इस बार पहली बार अमरनाथ जाने वाले वाहनों को ट्रैक करने के लिए रेडियो फ्रीक्वेंसी (आरएफ) टैग का इस्तेमाल कर रही है जबकि सीआरपीएफ ने कैमरे और विभिन्न जीवन रक्षक यंत्रों से लैस मोटरसाइकिल दस्ते को पेश किया है।
इस साल तीर्थयात्रा के लिए जम्मू कश्मीर पुलिस, अर्द्धसैन्य बलों, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल और सेना के करीब 40,000 सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है। पिछले साल कुल 2.60 लाख श्रद्धालुओं ने हिम शिवलिंग के दर्शन किए थे।