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कर्नाटक में जद एस और कांग्रेस गठवंधन पहली कक्षा में ही हुआ फेल, दोनों के उम्मीदवार आमने सामने
कर्नाटक में अभी चंद दिन पहले बने जनता दल एस और कांग्रेस गठवंधन पहले ही क्लास में फेल होता नजर आ रहा है. हालांकि इस मामले को बीजेपी थोडा और बढ़ा चढ़ा कर पेश कर रही है. प्रदेश में दो विधानसभा सीटों पर चुनाव नहीं हो सके थे. एक जिस पर उम्मीदवार का निधन हो गया था दूसरा जिस सीट पर फर्जी वोटर आईडी का मामला पकड़ा गया था. जिस सीट पर उम्मीदवार का निधन हुआ वहां तो चुनाव आने वाले समय में होगा. लेकिन जिस सीट पर मतदान थोडा आगे बढ़ा दिया था उस सीट पर कांग्रेस और जद एस के उम्मीदवारों को लेकर अभी तक कोई फैसला नहीं हो सका. और उसके उम्मीदवार सामने है.
कर्नाटक चुनाव के बाद आए परिणामों ने कांग्रेस और जेडीएस को एक साथ आने पर मजबूर कर दिया. कांग्रेस 78 सीट जीतने के बाद भी 38 सीट जीतने वाली जेडीएस को सीएम पद देने के लिए राजी हो गई. 25 मई, शुक्रवार को विधानसभा में कांग्रेस-जेडीएस की सरकार ने बहुमत भी हासिल कर लिया. इस मौके पर मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने कहा, कांग्रेस और जेडीएस का ये गठबंधन पूरे 5 साल चलेगा. हम लोगों की गठबंधन सरकार के बारे में अब तक रही धाररणाओं को बदल देंगे. लेकिन कांग्रेस और जेडीएस के बीच गठबंधन की पहली परीक्षा में ही ये दोस्ती कसौटी पर खरी नहीं उतर सकी है.
28 मई को राजराजेश्वरी नगर सीट पर होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और जेडीएस आमने सामने होंगी. दरअसल कर्नाटक में 224 विधानसभा सीटे हैं. लेकिन चुनाव में वोट 222 सीटों पर पड़े थे. राजराजेश्वरी नगर सीट और जयनगर सीट पर पर चुनाव स्थगित हो गए थे. इसमें जयनगर सीट पर चुनाव भाजपा प्रत्याशी की मौत के कारण चुनाव स्थगित हुए थे, वहीं राजराजेश्वरी नगर सीट पर चुनाव फर्जी मतपत्र मिलने की शिकायत के कारण टाल दिए गए थे. अब इस सीट पर 28 मई को वोट डाले जाएंगे.
इस गठबंधन की घोषणा होने के बाद ही इस बात की चर्चा चल रही थी कि अब इस सीट पर कौन अपने कदम पीछे खीचेंगा. चुनाव में सिर्फ चंद घंटे बचे हैं. इस सीट पर कांग्रेस और जेडीएस के उम्मीदवार एक दूसरे के खिलाफ ताल ठोंक रहे हैं. ऐसे में इस सीट पर लड़ाई दिलचस्प हो गई है. दोनों पार्टियों के नेता इस सीट पर किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सके. इससे पहले एचडी कुमारस्वामी ने कहा था कि राज्य में कांग्रेस और जेडीएस अब सभी चुनाव मिलकर लड़ेंगे. लेकिन उनके दावे की अभी से पोल खुल गई है. आरआर नगर सीट पर दोनों अलग अलग चुनाव लड़ रहे हैं.
हालांकि जेडीएस ने जयनगर सीट पर बाद में होने वाले जुनाव के लिए कांग्रेस को समर्थन दे दिया है, लेकिन आरआर नगर में पेंच फंस गया है. यहां जेडीएस चाहती थी कि उसके उम्मीदवार जीएस रामचंद्र को कांग्रेस समर्थन दे. लेकिन ऐसा हो नहीं सका, क्योंकि यहां से वर्तमान विधायक मुनिराथन कांग्रेस से ही हैं. इसलिए कांग्रेस ने जेडीएस का ये ऑफर ठुकरा दिया.
इससे पहले जेडीएस सुप्रीमो एचडी देवेगौड़ा ने आरआर नगर सीट के पार्टी कार्यकर्ताओं से इस बारे में मुलाकात की थी. इसके बाद उन्होंने कहा, दोनों पार्टियां इस मुद्दे पर किसी भी सहमति पर नहीं पहुंच सकीं. उन्होंने कहा, ऐसा सिर्फ एक व्यक्ति के कारण हुआ. उनका इशारा कांग्रेस उम्मीदवार की ओर था. उन्होंने कहा मैं इस मुद्दे पर और कुछ नहीं कहना चाहता.