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Valentine's Day special ,प्यार का सम्बन्ध कैसा हो?

Valentines Day special ,प्यार का सम्बन्ध कैसा हो?
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यकायक काफी दिनों से मैं इस बात का अनुभव कर रही हूँ कि एक प्यार के रिश्ते को भला कैसे सफल बनाया जा सकता है, प्रथम रुप में तो मैं किसी आदर्श की चर्चा नहीं करना चाहती क्योंकि प्रत्येक व्यक्ति के संदर्भ में तो उसके स्वयं के विचार ही सर्वोपरि होते हैं, तथा किसी भी विषय की समस्या पर विचार करने से बेहतर है उस विषय की समस्या के समाधान या उसे और बेहतर बनाने के विषय में विचार किया जाये तो एक प्यार भरे रिश्ते को सुदृढ़, नवीन, और मनोरंजक कैसे बनाया जाये-
1. प्रथम आप अपने "उनको" अपने होने का एहसास करायें, अर्थात बेटाइम फ़ोन अवश्य करें! परंतु आपका विश्वास प्रगाढ होना चाहये कहने का मतलब यह हुआ कि आपके पार्टनर को एहसास होना चाहये कि आपको संदेह है परंतु अपनी मानसिकता में सदैव उसके प्रति विश्वास रखें !
2- एक पुरूष के लिए सबसे अधिक आवश्यक होता है अपनी अर्धांगिनी और अपने परिवार के मध्य सामंजस्य स्थापित करना, तो आप उससे अधिक उसके परिवार को ही समय देना प्रारम्भ करदें! ज़िससे उसके परिवार वाले आपसे ज्यादा प्यार करने लगेंगे ! सारा झगड़ा ही समाप्त!
3- जीवन में सबसे अधिक मनमुटाव का कारण है आत्मसम्मान का बीच में आ जाना तो सबसे अच्छा तरीका है कि हर कार्य के लिए अपने "उनसे" हमेशा पूछें ज़िससे वो एक न एक दिन अवश्य कहेंगे कि जो मन आये वो करो इससे आपका रिश्ता तो गहरा होगा ही साथ ही साथ आपके "उनको" भी स्पेशल अनुभव होगा!
4- मनुष्य का स्वाभाविक गुण है तुलना करना अब इस आदत से कैसे बचाया जाये खुद के रिश्ते को तो सबसे आसान उपाय कि आप अपने "उनसे" कुछ मांगने के बजाय ही अन्य व्यक्ति की बात को सकारात्मक रुप से समक्ष रखें! अर्थात प्रस्तुतीकरण की आवधारणा को अवश्य याद रखें!
5- सबसे महत्वपूर्ण और अंतिम बात कि अपने प्रेम को जवान और मनोरंज़क कैसे बनायें तो खुद को अपने "उनका" सबसे घनिष्ट मित्र बनाकर उनसे पीछे ना पड़ें बल्कि अपने कार्य में व्यस्त रहें! उन्हे आप पर गर्व हो और स्वयं पर भी! जियो और जीने दो की अवधारणा को जीवन्त रखते हुये कभी कभी अपने प्यार का स्लो पाइज़न देते रहें !
इस प्रकार अपने रिश्ते को श्वास-प्रश्वास की क्रिया समझे! यह जीवन दो लोगों के परस्पर प्रेम से और भी सरल और प्रेममय हो जाता है, जीवन के अंतिम चरण पर यह अनुभव होना चाहये कि हमने अपने हमदर्द,अपने साथी के साथ जीवन को जिया!
तर्कों और सुझावों का स्वागत है.....
साभार DrHricha Jagdish Arya
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