Archived

बसपा के ऐलान से मची महागठबंधन में मची सनसनी, बीजेपी में ख़ुशी कांग्रेस हैरान

बसपा के ऐलान से मची महागठबंधन में मची सनसनी, बीजेपी में ख़ुशी कांग्रेस हैरान
x
बहुजन समाज पार्टी ने कहा कि हम कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव नहीं लड़ेंगें.

बहुजन समाज पार्टी ने महागठबंधन को लेकर चल रही बातचीत को लेकर कहा कि हम मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव अकेले ही लड़ेंगे. इतना सुनते ही बीजेपी खेमें में ख़ुशी की लहर दौड़ गई जबकि कांग्रेस खेमें में कुछ मायूसी छा गई. कांग्रेस कह चुकी थी कि मध्यप्रदेश में हम सपा नहीं बसपा से मिलकर चुनाव लड़ेंगे. बसपा के इस बयान से उनके मंसूबे ध्वस्त हो गए है.


बीएसपी की ओर से रविवार को कहा गया कि मध्य प्रदेश में गठबंधन को लेकर कांग्रेस के साथ उसकी कोई बातचीत नहीं हो रही है. मध्य प्रदेश बीएसपी के अध्यक्ष नर्मदा प्रसाद अहिरवार ने कहा, 'मुझे मीडिया से पता चला है कि कांग्रेस नेता कह रहे हैं कि आगामी विधानसभा चुनाव के लिए बीएसपी के साथ गठबंधन के लिए कांग्रेस की बातचीत चल रही है. मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि इस गठबंधन के संबंध में राज्य स्तर पर हमारी कोई बातचीत नहीं हो रही है और जहां तक मुझे पता है केन्द्रीय स्तर पर भी नहीं हो रही है.'

उन्होंने कहा, 'कांग्रेस के साथ गठबंधन करने के बारे में मुझे केन्द्रीय नेतृत्व से अब तक कोई दिशा-निर्देश नहीं मिले हैं.' अहिरवार ने बताया, 'हम प्रदेश की सभी 230 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेंगे. यह हमारी आज की स्थिति है.' उन्होंने कहा कि कांग्रेस गठबंधन के संबंध में भ्रामक खबरें फैला रही है.


कांग्रेस ने भी सफाई दी

इस बीच, मध्य प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख माणक अग्रवाल ने कहा, 'गठबंधन करने के बारे में हमने किसी पार्टी का नाम नहीं लिया. हमारी पार्टी ने सिर्फ इतना कहा है कि कांग्रेस समान विचार वाली पार्टियों से मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में गठबंधन करने का प्रयास करेगी. हमने कभी बीएसपी का नाम नहीं लिया.'


महागठबंधन का फिर क्या?

गौरतलब है कि कर्नाटक चुनाव के बाद से ही मध्य प्रदेश में कांग्रेस और बीएसपी के बीच गठबंधन की खबरें आ रही थीं. लेकिन अब बीएसपी ने खुद इस पर विराम लगा दिया है. ऐसे में बीएसपी से हाथ मिलाकर बीजेपी को पछाड़ने की जो कांग्रेस ने रणनीति बनाई थी उसे जरूर झटका लगा है. पिछले विधानसभा चुनाव में बीएसपी को मध्य प्रदेश में 6.29 प्रतिशत वोट मिले थे.


बता दें कि आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए पूरे विपक्ष ने एक जुटता दिखाते हुए मोदी का विरोध करना शूरू किया. जिसका अभी पहला अध्याय भी शुरू नहीं हुआ है तब तक इस तरह की खबरें आने से इस एका का परिणाम क्या होगा.

Next Story