- होम
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- राष्ट्रीय+
- आर्थिक+
- मनोरंजन+
- खेलकूद
- स्वास्थ्य
- राजनीति
- नौकरी
- शिक्षा
Archived
शेयर बाजार से भी ज्यादा गिरा किसानों का बाजार, 8000 रेट गिरने से उड़े किसानों के होश
शिव कुमार मिश्र
16 Feb 2018 2:18 PM GMT
x
मध्य प्रदेश के मालवा अंचल के नीमच और मंदसौर में किसानों के बुरे दिन खत्म होने का नाम नहीं ले रहे है. मौसम की मार के बाद अब केंद्र सरकार के एक फैसले ने किसानों की कमर तोड़कर रख दी है. सरकार के टर्की से पोस्तादाना आयात करने पर लगी रोक हटाने के बाद मालवा इलाके के अफीम उत्पादक किसान इन दिनों मायूस हैं. यहां एक दिन में पोस्ता के दाम आठ हजार रुपए तक गिर गए.
देश की सबसे बड़ी पोस्तादाना मंडी नीमच में शुक्रवार को भारतीय पोस्तादाना के भाव औंधे मुंह गिर गए. भाव में आयी गिरावट से अफीम किसानों में भारी आक्रोश है. उनका कहना था टर्की से पोस्तादाना के आयात और भारतीय पोस्तादाना क्लीनिंग के लिए राज्य सरकार द्वारा लाइसेंस नहीं देना इस गिरावट का एक बड़ा कारण है.
नीमच मंडी में जो पोस्ता एक दिन पहले ही करीब 63 हजार रुपए क्विंटल बिक रहा था वो शुक्रवार को 55 हजार में ही बिका, जिसे लेकर किसानो में खासी निराशा है. देशी पोस्ते के भाव में आई कमी के पीछे हाल ही में टर्की के पोस्ते के आयात से प्रतिबंध हटाए जाने की बाते सामने आने को माना जा रहा है.
हालांकि,अभी सिर्फ टर्की के पोस्ते की आहट ही हुई है लेकिन उससे पहले ही देशी पोस्ते के भाव औंधे मुुंह गिर गए है. दरअसल, टर्की पोस्ता और देशी पोस्ते के भावों में काफी फर्क होता है. टर्की का पोस्ता 300 रुपए तक की बिकता है, जबकि देशी पोस्ता महंगा होता है. ऐसे में जब टर्की का पोस्ता देश में हजारो क्विंटल की तादात में आएगा तो देशी पोस्ते के दाम में और गिरावट आना तय है.
पड़ोस के राज्य राजस्थान के चित्तौड़ जिले से किसान सत्यनारायण इस उम्मीद में आए थे कि उनका पोस्तादाना करीब 65 हज़ार रूपए क्विंटल बिकेगा. लेकिन नीमच मंडी पहुंचकर उनको बेहद मायूसी हुई, क्योंकि शुक्रवार को मंडी में पोस्तादाने का मूल्य मात्र 55 हज़ार रुपए क्विंटल रह गया. सत्यनारायण ने बताया कि केंद्र सरकार ने टर्की से पोस्तादाना के आयात को हरी झंडी दे दी, जिसके चलते भारतीय पोस्तादाना के भाव करीब 8 से 10 हज़ार रुपए क्विंटल कम हो गए.
कमोबेश यही स्थिति का सामना पोस्ता किसान नरेंद्र सिंह ने भी किया. उनका पोस्ता भी भी उम्मीद से कम कीमत पर बिका. इस बारे में पोस्ता कारोबारी समीप चौधरी कहते है केंद्र सरकार ने टर्की के पोस्ता दाने का आयात खोल दिया. टर्की का पोस्ता 30 से 35 हज़ार रूपए क्विंटल बिकता है. वही एमपी सरकार व्यापारियों को पोस्तादाना छनाई का लाइसेंस नहीं दे रही. ऐसे में कारोबारी पोस्ता कैसे क्लीन करे, क्योंकि दो साल पहले राज्य सरकार ने पोस्ता भूसा नियम विलोपित कर दिया. इस नियम के तहत व्यापारी पोस्तादाना छानकर साफ़ करते थे. अब सरकार नयी पॉलिसी नहीं बना रही ऐसे में भारतीय पोस्ता क्वालिटी के मान से भी टर्की और चाइना के पोस्ता के सामने नहीं ठहर पाता.
गौरतलब है की नीमच मंडी में सालाना करीब 12 से 15 हज़ार क्विंटल पोस्तादाना आता है. इससे सरकार को करोड़ों रुपए का राजस्व मिलता है. ख़ास बात यह है कि मध्य प्रदेश के मालवा और राजस्थान के मेवाड़ में करीब 60 हज़ार अफीम पट्टेधारी किसान है, जो पोस्तादाना का उत्पादन करते है. इस मामले में नीमच मंडी इन्स्पेक्टर डीके जैन का कहना है कि भारतीय पोस्तादाना के भाव में गिरावट है. उनका तर्क है कि यह सरकार की व्यवस्था है. वह इसमें कुछ भी नहीं कर सकते है.
शिव कुमार मिश्र
Next Story