Archived

इस्तेमाल किए हुए कॉन्डम से ऐसे करते थे ब्लैकमेल? सेक्स रैकेट का भंडाफोड़

Arun Mishra
11 July 2018 6:50 AM GMT
इस्तेमाल किए हुए कॉन्डम से ऐसे करते थे ब्लैकमेल? सेक्स रैकेट का भंडाफोड़
x
रैकिट के सदस्य खासतौर पर पैसे वाले क्लाइंट्स को टारगेट करते थे और उनसे 8 हजार से लेकर 10 हजार रुपये तक वसूलते थे।

भोपाल : मध्य प्रदेश के शाहपुरा में पुलिस की जॉइंट टीम ने एक हाई-प्रोफाइल सेक्स रैकिट के भंडाफोड़ किया। बताया जा रहा है कि इस रैकिट में शामिल आरोपी ग्राहकों को इस्तेमाल किए गए कॉन्डम के जरिए ब्लैकमेल करके पैसे वसूलते थे। एसपी (दक्षिण) राहुल लोधा के मुताबिक, इसमें जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है उसमें मुंबई निवासी 22 साल की एक युवती और 32 वर्षीय दिलीप गोयल उर्फ गोल्डी शामिल हैं जो रैकिट के मुख्य आरोपी हैं।

इसके अलावा पुलिस ने कथित लोकल कमिशन एजेंट 28 वर्षीय अर्जुन पाल को भी गिरफ्तार किया है। शाहपुरा पुलिस और महिला थाना की टीम ने इन तीनों को मंगलवार को एक सुनसान स्थान से गिरफ्तार किया। गोल्डी और अर्जुन दोनों ही भोपाल के रहने वाले हैं।
पुलिस के अनुसार, गोल्डी 2003 से 2012 तक राजस्थान राइफल्स में राइफलमैन था। गोल्डी पर आरोप है तकि वह तकरीबन आधा दर्जन एजेंट के साथ मिलकर भोपाल में रैकिट चलाता था। एजेंट ऑनलाइन एस्कॉर्ट सर्विस ऐड के जरिए क्लाइंट से संपर्क करते थे। एजेंट्स ने वॉट्सऐप ग्रुप भी बनाए थे जिसमें लड़कियों की तस्वीरें और अन्य जानकारी भेजी जाती थी।
राहुल ने बताया, 'गोल्डी कथित तौर पर लड़कियों को अरेंज करता था जो भोपाल में 7 से 10 दिन तक रहती थीं और प्रति क्लाइंट या प्रतिदिन के हिसाब से काम करती थीं। गोल्डी ने राजस्थान राइफल्स से वीआरएस लिया था और पिछले चार साल से वह देहव्यापार का धंधा कर रहा था।'
दिल्ली, मुंबई और बिहार से बुलवाई जाती थीं लड़कियां
दिल्ली, मुंबई और बिहार से कॉन्ट्रैक्ट के तहत लड़कियां भोपाल बुलाई जाती थीं। अर्जुन जो गोल्डी का घरेलू नौकर भी था, वह भोपाल में नए क्लाइंट्स ढूंढने में मदद करता था। रैकिट के सदस्य खासतौर पर पैसे वाले क्लाइंट्स को टारगेट करते थे और उनसे 8 हजार से लेकर 10 हजार रुपये तक वसूलते थे।
पुलिस को छापेमारी के दौरान 50 इस्तेमाल किए हुए कॉन्डम भी मिले हैं जिन्हें कथित तौर पर क्लाइंट्स को बाद में ब्लैकमेल करने के लिए इस्तेमाल किया जाता था। पूछताछ के दौरान, गोल्डी ने बताया कि वह देश भर में वेश्यावृत्ति का धंधा करने वालों के संपर्क में था।
पीटा ऐक्त के तहत दर्ज हुआ केस
इस मामले में पीटा ऐक्ट (अनैतिक तस्करी की रोकथाम अधिनियम) के तहत केस दर्ज किया गया है और आरोपियों के पूछताछ की जा रही है। एसडीओपी (मिसरोद) विजय पुंज के अनुसार, 'गोल्डी और अर्जुन उस रैकिट में भी शामिल थे जिसका भंडाफोड़ 27 जून को शाहपुरा के एक अपार्टमेंट में हुआ था।'
तब पुलिस ने रोहित नगर ग्रह निर्माण सोसायटी स्थित एक अपार्टमेंट में छापेमारी के दौरान दो युवतियों और एक एजेंट को गिरफ्तार किया था। इनमें से एक युवती ग्वालियर की थी जबकि दूसरी दिल्ली की। दोनों की उम्र 19 और 23 साल थी।
वॉट्सऐप पर तस्वीरें भेजकर डील फिक्स की जाती थी
शाहपुरा सेक्स रैकिट की सदस्य एक मुंबई निवासी युवती ने एजेंट के जरिए 10 हजार के किराये पर एक महीने के लिए फ्लैट बुक किया था। उसने फ्लैट के मालिक के सामने खुद को एक इंजिनियरिंग कॉलेज में स्टूडेंट के रूप में पेश किया था। वह दूसरी लड़कियों को तेजी से पैसा कमाने का लालच देकर धंधे में शामिल कराती थी। इसके बदले में उसे कुछ पैसे कमिशन के रूप में मिलते थे। पुलिस ने बताया कि लड़कियों की वॉट्सऐप तस्वीरें भेजकर डील फिक्स की जाती थीं।
NBT

Next Story