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बच्चा पेट में हो तभी आधार से जोड़ दो वरना निकल नहीं पायेगा!
बच्चा पेट में हो तभी आधार से जोड़ दो, नहीं तो निकल नहीं पाएगा तो क्या करोगे. अभी प्रकाश जावड़ेकर ने आधार से कॉलेजों और यूनिवर्सिटियों के 80,000 घोस्ट टीचर को पकड़ा है, कहाँ-कहाँ से ये नहीं बताया. कार्रवाई करने पर विचार करेंगे. पर निर्देश दे दिया है कि देश के सभी स्कूलों-कॉलेजों-यूनिवर्सिटियों के छात्र-शिक्षक आधार से जुड़ जाएँ.
यह समझ नहीं आता है कि आखिर आधार से इतना सब आवश्यक है तो सरकार को एक आदेश जारी कर सब जगह आधार को अटैच कर देना चहिये. जब सरकार डिजिटिल हो चुकी है तो फिर ऑटोमेटिक जोड़ने में दिक्कत कहाँ है. आधार के बिना जब कोई काम नहीं होगा यह तो कहना ठीक है. लेकिन रोज रोज नई अफवाह फैला कर सरकार को अपनी आलोचना से बचना चाहिए.
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने आधार के जरिए देश के विभिन्न कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में करीब 80 हजार ऐसे शिक्षकों की पहचान की है, जिनका वास्तव में कोई वजूद ही नहीं है. हालांकि मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावडेकर ने यह स्पष्ट किया कि इनमें से कोई भी शिक्षक किसी केन्द्रीय विश्वविद्यालय से नहीं है.
प्रकाश जावडेकर ने एक कार्यक्रम में कहा कि कुछ ऐसे फर्जी शिक्षक हैं, जो छद्म (proxy) तरीका अपनाते हैं और कई जगहों पर पूर्णकालिक पढ़ा रहे हैं. आधार शुरू होने के बाद ऐसे 80 हजार शिक्षकों की पहचान हुई है और उनके खिलाफ कार्रवाई पर विचार किया जाएगा.
उन्होंने यह भी साफ किया कि किसी केन्द्रीय विश्विवद्यालय में फर्जी शिक्षकों की पहचान नहीं हुई है, लेकिन कुछ राज्य और निजी विश्वविद्यालयों में ऐसे शिक्षक हैं.
मंत्रालय ने सभी विश्वविद्यालयों से सभी कर्मचारियों और छात्रों से आधार नंबर मांगने के लिए कहा है, ताकि डुप्लीकेशन न हो. हालांकि आधार के डेटा लीक होने को लेकर लगातार चिंता जताई जा रही है.
अब तो यह लगने लगा है कि बच्चा भी बिना आधार कार्ड के पैदा होना मुश्किल हो जायेगा. इस लिए जल्द ही सरकार इसके लिए भी कोई कानून बना दे कि आधार से जुड़ते ही सामान्य डिलीवरी के तहत आपके बच्चे का सुरक्षित प्रसव हो जाएगा. वरना प्रसव होना मुश्किल कार्य ही नहीं नामुमकिन हो जाएगा?