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जब आतंकी कैंपों पर कहर बनकर बरसी थी भारतीय सेना, पहली बार सर्जिकल स्ट्राइक का वीडियो आया सामने

Arun Mishra
28 Jun 2018 5:23 AM GMT
जब आतंकी कैंपों पर कहर बनकर बरसी थी भारतीय सेना, पहली बार सर्जिकल स्ट्राइक का वीडियो आया सामने
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वीडियो में दिखाया गया है कि किस तरह जवानों ने बिना किसी चूक के साथ आतंकियों के ठिकाने को तहस-नहस कर दिया था.
नई दिल्ली : करीब दो साल पहले भारतीय सेना के जांबाज जवानों के द्वारा पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में घुसकर की गई सर्जिकल स्ट्राइक का वीडियो सामने आया है. वीडियो में दिखाया गया है कि किस तरह जवानों ने बिना किसी चूक के साथ आतंकियों के ठिकाने को तहस-नहस कर दिया था.

सर्जिकल स्ट्राइक के दौरान भारतीय सेना ने रॉकेट लॉन्चर, मिसाइलों और छोटे हथियारों से हमला किया था. यह हमला भारतीय सेना ने जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में भारतीय सेना के कैंप हुए आतंकी हमले की जवाबी कार्रवाई के तौर पर किया था. पाकिस्तान की ओर से उरी पर 18 सितंबर 2016 को हमला किया गया. इस घटना के 11वें दिन बाद सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया गया.
आपको बता दें कि 29 सितंबर 2016 को भारतीय सेना ने पीओके में तीन किलोमीटर भीतर जाकर इस सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था. इस दौरान भारत ने पाकिस्तान की जमीन पर आतंकी कैंपों पर हमला किया था. पाक सीमा में बसे इन लॉन्चिंग पैड को भारतीय सेना ने अपने हमले में तबाह कर दिया था.

2016 में 28-29 सितंबर की रात सर्जिकल स्ट्राइक के बाद भारत के तत्कालीन डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने 29 सितंबर की दोपहर बारह बजे प्रेस कांफ्रेंस में 'भारतीय सेना के लाइन ऑफ कंट्रोल पर सर्जिकल स्ट्राइक कर आतंकवादी ठिकाने नष्ट करने' का दावा किया था. उन्होंने कहा कि भारत ने पाकिस्तान के डीजीएमओ को पिछली रात ही सर्जिकल स्ट्राइक के बारे में जानकारी दे दी थी.
हालांकि पाकिस्तानी सेना की ओर से जारी किए गए अधिकारिक बयान में किसी तरह के सर्जिकल स्ट्राइक का खंडन किया गया और कहा गया कि भारत सीमापार से गोलीबारी को सर्जिकल स्ट्राइक बता रहा है.
पाकिस्तानी सेना ने भारतीय गोलीबारी में अपने 2 जवानों के मारे जाने की पुष्टि की थी. पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने भारत के इस सैन्य कार्रवाई की निंदा करते हुए मारे गए पाकिस्तानी सैनिकों को श्रद्धांजलि दी और गोलीबारी को भारत का खुला अत्याचार बताया.
भारतीय सेना की ओर से सर्जिकल स्ट्राइक किए जाने के बाद आगे के हालात पर चर्चा करने के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई गई. तब कांग्रेस की अध्यक्ष रहीं सोनिया गांधी ने कहा कि कांग्रेस इस मौके पर सरकार के साथ है. वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी सेना की कार्रवाई की तारीफ की थी, हालांकि उन्होंने इशारों-इशारों इसके सबूत भी मांग लिए थे.
18-19 सितंबर, 2016 को उरी बेस कैंप पर आतंकवादियों ने हमला किया था. इस हमले में 19 जवान शहीद हो गए थे. इसी के बाद सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम देने की योजना बनाई गई थी.
28-29 सितंबर 2016 की रात को सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया गया. एक टीम दुश्मन के रडारों की पकड़ से दूर आसमान में तैयार 30 जाबांज भारतीय कमांडो की थी. कलाश्निकोव, टेवर्स, रॉकेट प्रोपेल्ड गन्स, हथियारों से लैस 35,000 फीट की ऊंचाई से तेजी से नीचे उतरते हुए सब कुछ इतने पिन ड्रॉप साइलेंस के साथ हुआ कि जमीन पर किसी को हल्की सी भी भनक नहीं लगे.
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