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कांचीपुरम मठ में शंकराचार्य जयेंद्र सरस्वती को दी गई महासमाधि, यह होंगे नए शंकराचार्य

Vikas Kumar
1 March 2018 6:26 AM GMT
कांचीपुरम मठ में शंकराचार्य जयेंद्र सरस्वती को दी गई महासमाधि, यह होंगे नए शंकराचार्य
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कांची कामकोटि पीठ के शंकराचार्य श्री जयेंद्र सरस्वती को आज गुरुवार को यहां मठ परिसर में उनके पूर्ववर्ती श्री चंद्रशेखरेंद्र सरस्वती के समाधि स्थल के बगल में महासमाधि दी गई।

कांचीपुरम : कांची कामकोटि पीठ के शंकराचार्य श्री जयेंद्र सरस्वती को आज गुरुवार को यहां मठ परिसर में उनके पूर्ववर्ती श्री चंद्रशेखरेंद्र सरस्वती के समाधि स्थल के बगल में महासमाधि दी गई। महासमाधि से पहले परंपरागत तरीके से पूजा-पाठ और सभी जरूरी संस्कार किए गए।

धार्मिक संस्कार सुबह सात बजे शंकर मठ परिसर में उनके परिजन की मौजूदगी में अभिषेकम के साथ शुरू हुआ। अभिषेकम के बाद आरती की प्रक्रिया हुई। वहीं जयेंद्र सरस्वती के अंतिम विदाई में करीब 1 लाख लोगों ने उनके दर्शन किए। देश भर से वैदिक पंडित सभी चार वेदों से मंत्रों का उच्चारण किया और एक विशेष पूजन भी किया गया।

बाद में शंकराचार्य जयेंद्र सरस्वती के पार्थिव शरीर को मुख्य हॉल से निकालकर वृंदावन एनेक्सी ले जाया गया जहां श्री चंद्रशेखरेंद्र सरस्वती को समाधि दी गई थी। समाधि संस्कार पूर्वाह्न ग्यारह बजे पूरा हो गया। यहां मठ परिसर के आसपास सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई थी।

उससे पहले पीठ के नए शंकराचार्य की घोषणा कर दी गई। विजयेंद्र सरस्वती कांची पीठ के नए शंकराचार्य होंगे। जयेंद्र सरस्वती का कल यहां निधन हो गया था। तमिलनाडु के कांचीपुरम स्थित कांची कामकोटि पीठ के शंकराचार्य जयेन्द्र सरस्वती ने बुधवार को सुबह निजी अस्पताल में अंतिम सांस ली।

जयेन्द्र सरस्वती 69वें शंकराचार्य और कांची कामकोटि पीठ के पीठाधिपति थे। जयेंद्र सरस्वती अपने दौर के सबसे प्रभावशाली आध्यात्मिक नेताओं में से एक थे। इस मौके पर देशभर से नामी संत और मठ के लोग उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे।

तमिलनाडु के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित भी शंकराचार्य के दर्शन करने और उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे। तमिलनाडु के उप मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम, राज्य के शिक्षा मंत्री के ए सेंगोतैयां एवं अन्य वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों ने शंकराचार्य जयेंद्र सरस्वती को श्रद्धांजलि अर्पित की।

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