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खूंखार सीरियल किलर अपनी सेक्स की भूंख मिटाकर, महिला को देता था सजा, काँप जाएगी रूह आपकी जानकर!
Special Coverage News
16 July 2017 11:32 AM GMT
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ग्रिम स्लीपर के नाम से कुख्यात इस खूंखार सीरियल किलर का वास्तविक नाम लोनी डेविड फ्रैंकलिन जूनियर नाम है. वह अब तक 100 से ज्यादा महिलाओं को अपनी हवस का शिकार बनाकर मौत के घाट उतार देता था. उसके निशाने पर गरीब महिलाओं हुआ करती थीं.
इसने अपना पहला शिकार 1985 में 29 वर्षीय डेबरा जैक्सन नाम की महिला को बनाया था. तीन बाद उसकी लाश एक चद्दर में बंधी पाई गई थी. उसके सीने पर गोलियों के तीन निशान थे. वे महिलाएं जो देर रात में रास्ते में भटक रही होती, लोनी उन्हें अपना शिकार बनाता था.
डेबरा के बाद उसने अपना शिकार बारबरा वेर नाम की 23 वर्षीय युवती को बनाया था. उसके साथ रेप करने के बाद उसके शव को भी उसने एक चादर में लपेटकर फेंक दिया था. यह अफ्रीकी-अमेरिकी मूल की गरीब महिलाओं को शिकार बनाता. इनमें वेश्याएं भी होती थीं.
इस खूंखार सीरियल किलर के पड़ोसी कहते कि वह काफी मिलनसार था. जरूरत पड़ने पर मदद के लिए हमेशा तैयार रहता था. नवंबर 1988 को इसने एक महिला को लिफ्ट देने के बहाने से रेप किया और उसके बाद उसे मौत के घाट उतार दिया.
1988 के बाद यह शांत हो गया और कई सालों तक वारदात को अंजाम नहीं दिया. 2002 में एक बार फिर इस सीरियल किलर ने अपना रौद्र रूप दिखाया. इसने एक 14 साल की बर्थोम्यूक्स नाम की नाबालिग मासूम को अपनी दरिंदगी का शिकार करने के बाद मार डाला.
इसके बाद इसने अपराधों की झड़ी ही लगा डाली. 2002 से लेकर 2010 तक यह हर अखबार की सुर्खियों में रहा था. अंत में जुलाई 2010 को पुलिस ने इस खूंखीर सीरियल किलर को गिरफ्तार कर लिया. उस समय इसकी उम्र 57 साल की थी. इसकी पत्नी सिल्विया ने बचाव किया था.
इसके घर की तालाशी को दौरान पुलिस को तकरीबन 180 महिलाओं की फोटों बरामद हुई थी. उसने यह सभी फोटों के एक दीवार के पीछे छिपाई हुई थी. कहा जाचा है कि यह उन महिलाओं की फोटो थी जिन्हें वह मार चुका था या फिर मारना चाहता था.
अदालत में उसके खिलाफ केवल 10 महिलाओं की हत्या का सबूत ही मिल पाया. इसके बाद इस साल मई में अदालत ने उसे दस महिलाओं को मारने के जुर्म में मौत की सजा सुनाई गई है.
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