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...तो इस वजह से विशाल सिक्का ने इंफोसिस के MD और CEO पद से दिया इस्तीफा
नई दिल्ली : देश की बेहतरीन IT कंपनियों में शुमार इंफोसिस के मैनेजिंग डायरेक्टर (MD) और सीईओ (CEO) विशाल सिक्का ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। कंपनी ने उनकी जगह यू बी प्रवीन राव को कंपनी का अंतरिम मैनेजिंग डायरेक्टर बनाया है। इसके साथ की विशाल सिक्का को कंपनी के एक्जिक्यूटिव वाइस-चेयरमैन के पद पर नियुक्त किया गया है। आखिर उन्होंने इस्तीफा क्यों दिया। उनकी इस्तीफे की ये हैं खास वजहें...
इस्तीफ़ा देने के बाद विशाल सिक्का ने एक ब्लॉग के जरिए बताया कि, 'दरअसल हफ़्तों तक इस फैसले का भार मेरे सीने पर था। मैंने नफ़े-नुकसान समेत कई मुद्दों के बारे में विचार किया लेकिन अब काफ़ी सोचने के बाद बीती तिमाही के माहौल को देखते हुए मैं अपने फ़ैसले को लेकर साफ़ हूं।' उन्होंने कहा मेरे लिये ये साफ़ हो चुका है कि बीते तीन सालों की हमारी सफ़लताओं के बावजूद, मैं अपने ऊपर लग रहे आधारहीन व्यक्तिगत हमलों का बचाव करते हुए सीइओ के रूप में कंपनी को लाभ नहीं पहुंचा सकता।'
बताया जा रहा है इंफोसिस के इस विवाद की जड़ में पूर्व चीफ फाइनेंनशियल ऑफिसर राजीव बंसल को दिया गया हर्जाना भत्ता है। कंपनी ने बंसल को 24 महीने की सैलरी 23 करोड़ रुपए कंपनी छोड़ते वक्त दी थी। जिसके बाद इस रकम पर सेबी ने सवाल उठाया था। जिसके बाद नारायण मूर्ति समेत अन्य फाउंडर्स ने विशाल सिक्का समेत कुछ शीर्ष अधिकारियों को कंपनी से मिल रही सैलरी और हर्जाने पर सवाल खड़ा कर इंफोसिस बोर्ड के सामने सवाल खड़ा कर दिया था।
मूर्ति समेत दो अन्य सह-संस्थापकों नंदन नीलेकणि एवं एस गोपालकृष्णन ने कंपनी के निदेशक मंडल को पत्र लिखकर सवाल किया था कि सिक्का का वेतन क्यों बढ़ाया गया, साथ की कंपनी छोड़ने वाले दो टॉप अधिकारियों को अलग होने का इतना भारी पैकेज क्यों दिया गया? बता दें सिक्का को पिछले साल मूल वेतन, बोनस और लाभ के रूप में 48.7 करोड़ रुपए दिए गए। वहीं 2015 की आंशिक अवधि में उनका मूल वेतन 4.5 करोड़ रुपये था।
आपको बता दें सिक्का ने साल 2014 में कंपनी की कमान संभाली थी। विशाल सिक्का ने अपना इस्तीफा ऐसे वक्त में दिया है जब पिछले कुछ महीनों से इंफोसिस के संस्थापक सदस्यों और सीईओ के बीच मतभेद की खबरें आती रही हैं। बताया जा रहा है इस्तीफे की खबर आते ही भारतीय शेयर बाजार पर कंपनी के शेयरों में जोरदार गिरावट देखने को मिली। कंपनी के शेयर 5 फीसदी लुढ़ककर 965 रुपये पर पहुंच गए।