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24 घंटे में कानून व्यवस्था बदलने वाले अमित शाह क्या हाल है यूपी के?
जब उत्तर प्रदेश में चुनाव का दौर चल रहा था. सूबे में अखिलेश की सरकार थी. तब सभी भाजपा नेता ये ऐलान कर रहे थे कि अगर सूबे की सत्ता उनको मिलती है तो कानून व्यवस्था 24 घंटे में दुरस्त कर दी जायेगी. अब जनता ने पूर्ण बहुमत की सत्ता बीजेपी को सौंप दी. फिर अपराध या वलवा, पुलिस की मारपीट, अधिकारीयों से बत्तमीजी में इजाफा क्यों?
जब से प्रदेश में बीजेपी की हुकूमत आई है प्रदेश के तेज तर्रार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बार बार निर्देश देने के वावजूद अपराध पर अंकुश लगता नजर नहीं आ रहा है. बीते एक महीने में सहरानपुर में तीन बार माहौल गर्म हो चूका है. कहाँ है सूबे में शांति पूर्ण माहौल को देने वाले मसीहा. अब चुनाव बीत गया बात बीत गई. कब तक जनता को सम्मोहित कर वोट की राजनीती करते रहोगे. जब जनता में इसकी नारजगी आएगी तो फिर किसी पर नहीं झिलती है.
बात सहारनपुर की हो सूबे की राजधानी लखनऊ की हो गोरखपुर सीएम के गृह जनपद की आगरा की हो या और कहीं की हो. प्रदेश में अपराध पर लगाम अब तक क्यों नहीं कसी गई. आखिर किस बात का इंतजार हो रहा है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बीते मंगलवार को मेरठ मंडल की समीक्षा कर रहे थे और उनसे 100 किलोमीटर की दुरी पर सहारनपुर जल रहा था. क्या किया गया सरकार की तरफ से जनता पंच रही है. पूरा सहारनपुर आपको सौंपा है जनता ने जबाब भी आपसे ही पूंछा जाएगा. अब देखना है कि विपक्ष भी इनका विरोध करता नजर नहीं आ रहा है. जिस तरह अखिलेश सरकार में बीजेपी ने एक सकारात्मक विपक्ष की भूमिका निभाई और सपा से सत्ता छीन ली. जनता के अपार समर्थन का मुख्यमंत्री को धन्यवाद देते हुए अपराध पर लगाम लगानी होगी.
आपको बता दें कि सीएम ने कई योजना लागू की लेकिन असली जामा पहनने में समय लग रहा है. लेकिन 24 घंटे में अपराध को काबू करने वाले रहनुमा नजर नहीं आ रहे है जबकि दो माह बीतने जा रहे है.