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आजकल बहुत ज्यादा चर्चा है कि शायद आने वाले समय मे योगी आदित्यनाथ मोदी का स्थान ले सकते है। ये बात सही है कि जनता में चर्चा जोरों पर है परंतु अभी इस सब के बारे में कहना कुछ जल्दबाजी होगी क्योंकि अभी मोदीजी का सफर काफी बाकी है और 2019 में मोदीजी की वापसी को तो विपक्षी भी मानने लगे हैं खुद उमर अब्दुल्लाह का कहना है कि 2019 भूल जाओ 2024 की तैयारी करो?
हालांकि योगी आदित्यनाथ के रूप में भाजपा को अब अगला हिंदुत्व का चेहरा मिल गया है और यूपी की जीत से उनका दावा काफी प्रबल होगा। परंतु 2019 में ऐसी कोई संभावना नही है और शायद 2024 में मोदीजी स्वयं ही पीछे हट सकते है। क्योंकि उनका बनाया फार्मूला ही उनके आड़े आएगा और उन्हें भी आडवाणी जी की तरह मार्गदर्शक की भूमिका निभानी पड़ सकती है।
योगी जी अभी यूपी में अच्छा काम कर रहे है जिस की वजह से लोग उन्हें नायक फ़िल्म का अनिल कपूर कहने लगे हैं। अच्छा है यदि किसी प्रदेश के हालात बदलते है और वो भी उत्तर प्रदेश के जो कि देश की तस्वीर बदलने की ताकत रखता है तो ये देश के लिए भी अच्छा होगा।
भाजपा की यही खासियत है कि यहाँ परिवार वाद हावी नही है और काम को अहमियत दी जाती है इसीलिए यहाँ कोई भी जमीन से उठा हुआ कार्यकर्ता भी शीर्ष तक जाने की सोच सकता है। बाकी दलों को इस पर विचार करना चाहिए और अपनी अपनी पार्टियो में आंतरिक लोकतंत्र की स्थापना कर परिवारवाद को समाप्त करना चाहिए अन्यथा उनका हाल ओर भी ज्यादा खराब होने की संभावना है।
- विनीत जैन
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