- होम
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- राष्ट्रीय+
- आर्थिक+
- मनोरंजन+
- खेलकूद
- स्वास्थ्य
- राजनीति
- नौकरी
- शिक्षा
राष्ट्रीय
भारत का पाक-चीन को ज़बाब जम्मू-कश्मीर के गैरकानूनी हिस्से में नहीं बना सकते कॉरिडोर
Special Coverage news
2 Jun 2016 12:30 PM GMT
x
नई दिल्ली: पाकिस्तान-चीन कॉरिडोर पर भारत ने कड़ी आपत्ति जताई है।विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने गुरुवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर के गैरकानूनी कब्जे वाले हिस्से में पाकिस्तान कॉरिडोर नहीं बना सकता है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए विकास स्वरूप ने कहा, 'पाकिस्तान के जिस भाग में चीन-पाक इकोनॉमिक कॉरिडोर का निर्माण किया जा रहा है, वह भारत का अभिन्न हिस्सा है।
पाकिस्तान के राष्ट्रपति ममनून हुसैन की ओर से भारत पर बातचीत की प्रक्रिया से हटने के आरोपों पर स्वरूप ने कहा, हम जम्मू-कश्मीर की संप्रभुता के खिलाफ निहित स्वार्थों द्वारा किसी भी संगठन या संस्थान को अस्वीकार करते हैं। पाकिस्तान को चाहिए कि वह सबसे पहले कश्मीर के कुछ हिस्सों पर अवैध कब्जे को खाली करे और लोगों की समस्या पर ध्यान केंद्रित करे।
प्रवक्ता ने कहा कि कश्मीर दोनों मुल्कों के बीच परेशानी का मुख्य कारण नहीं है। उन्होंने कहा, तनाव का मुख्य कारण शांति की कमी और अस्थिरता बनाने के लिए लगातार बाह्य रूप से प्रयोजित आतंकवाद है। इसके साथ ही भारत के आंतरिक मामलों में पाकिस्तान का हस्तक्षेप भी तनाव का बड़ा कारण है।
Special Coverage news
Next Story