राष्ट्रीय

मरने के 22 साल बाद तक धड़कता रहा बच्चे का दिल, जानिए कैसे

Kamlesh Kapar
6 May 2017 10:15 AM GMT
मरने के 22 साल बाद तक धड़कता रहा बच्चे का दिल, जानिए कैसे
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The heart of the baby beating till 22 years of death
इटली : 1994 में एक परिवार छुट्टियां बिताने के लिए इटली गया था और यहीं पर उन्होंने अपने बेटे को हमेशा के लिए खो दिया। लेकिन उसकी मौत के 22 साल बाद तक उसका दिल धड़कता रहा। उस समय उसकी उम्र महज 7 साल थी, जब एक हत्यारे ने उसे गोली मार दी थी।

हुआ यूं बेटे निकोलस की मौत कार में गोली लगने के कारण हुई थी। उसके पिता कार चला रहे थे और निकोलस अपने 4 साल के भाई के साथ कार की पिछली सीट पर सो रहा था। एक कार बहुत देर से निकोलस के पिता की कार का पीछा कर रही थी।

रेग ग्रीन को संदेह हुआ और उन्होंने कार की रफ्तार बढ़ा दी। इसके बाद दूसरी कार में बैठे हमलावरों ने गोली चलाई। कार की पिछली सीट पर बैठे निकोलस को गोली लगी है, यह मेग और रेग ग्रीन को पता ही नहीं चला। कुछ देर जब उन्होंने देखा, तब तक निकोलस निढाल पड़ा था।

उसके सिर के पीछे गोली लगी थी। दो दिनों तक अस्पताल में उसका ऑपरेशन हुआ, लेकिन डॉक्टर उसे नहीं बचा सके। उसे चिकित्सीय रूप से मरा हुआ घोषित कर दिया गया। इसके बाद मेग और रेग ग्रीन ने फैसला किया कि वे अपने बेटे के अंगों को डोनेट करेंगे।

इटली में ही रहने वाले एक किशोर ऐंडेरा मोंगियार्डो को हार्ट ट्रांसप्लांट की सख्त जरूरत थी। निकोलस की मौत के बाद उसका दिल ऐंडेरा के शरीर में ट्रांसप्लांट कर दिया गया। उनके इस फैसले ने ना केवल ऐंडेरा को जिंदगी दी, बल्कि निकोलस के दिल को भी जिंदा रखा।

जिस ऐंडेरा के शरीर में निकोलस के दिल को ट्रांसप्लांट किया गया, उनकी उम्र उस वक्त 15 साल थी। इसी साल फरवरी में लिफेंमा बीमारी से 37 साल के ऐंडेरा की मौत हुई। अब 22 साल बाद इस दिल ने धड़कना बंद कर दिया है। इस ट्रांसप्लांट के कारण ऐंडेरा 22 साल जी सके।
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