- होम
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- राष्ट्रीय+
- आर्थिक+
- मनोरंजन+
- खेलकूद
- स्वास्थ्य
- राजनीति
- नौकरी
- शिक्षा
अमेरिका-ब्रिटेन का बड़ा फैसला, 8 मुस्लिम देशों के यात्रियों के इस सामान पर पावंदी!
वॉशिंगटन: आतंकवाद से लड़ाई को लेकर अमेरिका की ट्रंप सरकार ने नया फरमान जारी किया है. अमेरिका ने कुछ मुस्लिम देशों से उड़ान भरने वाले विमानों के यात्रियों पर केबिन बैगेज में बड़े इलेक्ट्रॉनिक उरकरण के साथ यात्रा पर रोक लगा दी है.अमेरिका के साथ ब्रिटेन ने भी ऐसा फरमान जारी किया है. हालांकि अभी इस फैसले का भारती के यात्रियों पर कोई असर होता नहीं दिख रहा है.
डॉनल्ड ट्रंप मुस्लिम देशों के लोगों की अमेरिका में एंट्री रोकने पर कामयाब नहीं हुए तो उन्होंने नया फरमान जारी कर दिया.नए फरमान के मुताबिक, आठ मुस्लिम देशों के 10 एयरपोर्ट से कोई यात्री बड़े इलेक्ट्रॉनिक उपकरण लेकर अमेरिका नहीं आ सकते. इन उपकरणों में लैपटॉप, टैबलेट, कैमरा, किंडल, और आईपैड शामिल हैं. अमेरिका ने जिन देशों के एयरपोर्ट से इलेक्ट्रॉनिक उपकरण के साथ यात्रा करने पर रोक लगाई है उनमें मिस्र का कायरो एयरपोर्ट, यूएई के दुबई और अबू धाबी एयरपोर्ट, तुर्की का इस्तांबुल एयरपोर्ट, कतर का दोहा, जॉर्डन का अम्मान, कुवैत एयरपोर्ट, मोरक्को का कैसाब्लांका एयरपोर्ट, सऊदी अरब का जेद्दा और रियाध एयरपोर्ट शामिल हैं.
अमेरिका के फैसले के तुरंत बाद ही ब्रिटेन ने भी ऐसा फरमान जारी कर दिया. ब्रिटेन ने छह मुस्लिम देशों से यात्रा करने वाले यात्रियों पर ये रोक लगाई है. ये देश तुर्की, लेबनान, जॉर्डन, मिस्र, ट्यूनिशिया और सऊदी अरब हैं.अमेरिका का कहना है कि आतंकवादी विमानों को निशाना बनाने के लिए नए तरीकों को आज़माने की कोशिश में लगे हुए थे. ट्रंप प्रशासन का कहना है कि इलेक्ट्रॉनिक सामान में बम को छुपाया जा सकता है. अमेरिका ने संबंधित एयरलाइंस को फैसला लागू करने के लिए 96 घंटे का समय दिया है. ब्रिटेन के अधिकारियों का कहना है कि इस फैसले से लोगों को दिक्कत हो सकती है लेकिन हमारे लिए ब्रिटेन के नागिरकों की सुरक्षा सबसे ऊपर है.
अमेरिका और ब्रिटेन के बाद कनाडा भी ऐसे फैसले पर विचार कर रहा है.ट्रंप ने मुस्लिमों की अमेरिका में एंट्री बैन करने की बात चुनावी सभाओं में की थी. कोर्ट ने ट्रंप के मुस्लिमों की अमेरिका में एंट्री पर रोक के फैसले पर रोक लगा दी है. इतना ही नहीं कोर्ट ने ट्रंप के एंट्री पर रोक के नए आदेश पर भी रोक लगा दी है. ट्रंप ने सात मुस्लिम देशों के नागरिकों के अमेरिका में आने पर बैन लगाया था. दुनिया में सबसे ज्यादा मुसलमान इंडोनेशिया में रहते हैं वहीं इस लिस्ट में भारत दूसरे नंबर पर है.