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धोनी की आधार डिटेल लीक करने वाली एजेंसी ब्लैकलिस्ट, 10 साल का लगा बैन

Arun Mishra
29 March 2017 11:33 AM GMT
धोनी की आधार डिटेल लीक करने वाली एजेंसी ब्लैकलिस्ट, 10 साल का लगा बैन
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नई दिल्ली : भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और क्रिकेट खिलाड़ी महेंद्र सिंह धोनी के आधार कार्ड से जुड़ी जानकारियों के लीक मामले में सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है। बुधवार को सरकार ने जानकारी लीक करने के आरोप में संबंधित एजेंसी पर दस साल का बैन लगा दिया है। इससे पहले प्रसाद ने कहा था, "मामले को मेरी जानकारी में लाने के लिए शुक्रिया। कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

क्या था मामला ?
दरअसल, मंगलवार को IT मिनिस्टर ने CSCe (कॉमन सर्विसेस सेंटर्स) के एक ट्वीट को रीट्वीट करते हुए पूर्व भारतीय कप्तान एमएस धोनी के आधार कार्ड सेंटर पहुंचने की फोटो शेयर की थी। धोनी वहां अपना आधार कार्ड बनवाने पहुंचे थे, जिसकी फोटो आधार बनाने वाली एजेंसी ने अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर कर दी। इसी फोटो को रविशंकर प्रसाद ने रीट्वीट किया था। उनके इस ट्वीट पर रिप्लाई करते हुए साक्षी ने उनसे पूछा, "क्या किसी तरह प्राइवेसी भी बची है? एप्लिकेशन फॉर्म समेत आधार कार्ड की इन्फॉर्मेशन पब्लिक प्रॉपर्टी बन गई है। बुरी तरह निराश हूं।

साक्षी के ट्वीट का जवाब देते हुए IT मिनिस्टर ने लिखा, "नहीं, आपकी जानकारी पब्लिक प्रॉपर्टी बिल्कुल नहीं है। क्या उस ट्वीट से किसी तरह की जानकारी लीक हुई है?साक्षी ने प्रसाद को फिर जवाब देते हुए CSCe के ट्विटर अकाउंट का एक फोटो शेयर किया, जिसमें धोनी के आधार कार्ड की डिटेल शेयर की गई थी। अपने इस ट्वीट के साथ साक्षी ने लिखा, सर मैं इस एप्लिकेशन के बारे में बात कर रही थी, जिसकी तस्वीर मैंने यहां पोस्ट की है। साक्षी के इस ट्वीट के बाद रविशंकर प्रसाद ने उन्हें जवाब देते हुए लिखा, ये बात मुझ तक पहुंचाने के लिए शुक्रिया, निजी जानकारी को पब्लिक करना गैरकानूनी है। इसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद साक्षी ने भी IT मिनिस्टर को थैंक्स कहते हुए ट्वीट किया, तुरंत एक्शन और जवाब देने के लिए आपका शुक्रिया। बाद में CSCe ने अपने ट्विटर अकाउंट से धोनी की आधार डिटेल्स वाला फोटो हटा लिया।

इस बीच, UIDAI ने इस मामले में आधार एक्ट के तहत जांच के आदेश दे दिए हैं। यह पता लगाने की कोशिश की जाएगी कि क्या इस मामले में किसी बाहरी का हाथ तो नहीं है। UIDAI के CEO अजय भूषण पांडे ने कहा- हमने VLE (Village Level Entrepreneur) को बैन कर दिया है। इसी एजेंसी ने धोनी को आधार के लिए इनरोल किया था। कहा जा रहा है कि इसी एजेंसी की रसीद लीक हुई थी, जिसमें धोनी की निजी जानकारियां थीं। UIDAI किसी भी स्तर पर निजी जानकारियों को लीक करने के खिलाफ है। साथ ही उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई होगी जिन्होंने धोनी की जानकारियों को ट्वीट किया था। e-Governance सर्विस के ट्विटर हैंडल CSCeGov से ये पोस्ट किया गया था।
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