- होम
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- राष्ट्रीय+
- आर्थिक+
- मनोरंजन+
- खेलकूद
- स्वास्थ्य
- राजनीति
- नौकरी
- शिक्षा
Archived
गुजरात और हिमाचल में होगा 100% VVPAT मशीनों का इस्तेमाल- चुनाव आयोग
Special Coverage News
10 July 2017 3:28 AM GMT
x
चुनाव आयोग के एलान से सभी दल होंगे खुश
नई दिल्ली: चुनाव आयोग अब इलेक्शन में 100 फीसदी वीवीपैट (वोटर वेरिफिएबल पेपर ऑडिट ट्रेल) की व्यवस्था शुरू करने की तैयारी में जुटा है। आयोग इस तैयारी में है कि सभी विधानसभाओं या लोकसभा सीटों की कुछ निश्चित पोलिंग स्टेशनों पर वीपीपैट स्लिप्स की भी गिनती की जाए। हालांकि चुनाव आयोग ने अपने शुरुआती आकलन में कहा है कि इससे चुनाव नतीजों के ऐलान में तीन घंटे तक की देरी हो सकती है।
आयोग के सूत्रों के मुताबिक पूरी तरह वीवीपैट पर आधारित चुनाव और कुछ पोलिंग स्टेशनों पर स्लिप्स की गिनती को लेकर गठित की गई समिति कई पहलुओं पर विचार कर रही है। यह समिति इस बात पर भी विचार कर रही है कि इन पर्चियों की गिनती कब की जाए।
इलेक्शन कमिशन के एक अधिकारी ने हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया, 'यदि इनकी गिनती पहले की जाए, जैसे कि पोस्टल बैलट्स की होती है, तो फिर पहला रुझान 11 बजे से पहले नहीं आ पाएगा। फिलहाल ईवीएम पर गिनती शुरू होने के आधे घंटे के भीतर ही रुझान आने शुरू हो जाते हैं।'
आयोग के अधिकारी ने कहा कि पैनल इस बात पर भी विचार कर रहा है कि रुझान आने में यदि 11 बजे तक की देरी हो गई तो प्रतिद्वंद्वी पार्टी के वर्कर्स के बीच काउंटिंग सेंटर्स पर भिड़ंत भी हो सकती है।
अधिकारी ने कहा, 'यदि इन पेपर स्लिप्स की गिनती ईवीएम काउंट के बाद की जाए तो फिर चुनाव नतीजे के ऐलान में 3 घंटे तक की देरी हो जाएगी।' चुनाव परिणाम में तीन घंटे की देरी का आकलन इस बात से लगाया जा रहा है कि मैन्युअल काउंटिंग का एक राउंड इतनी देर में पूरा होता है।
उम्मीद की जा रही है कि चुनाव आयोग वीवीपैट को लेकर गाइडलाइंस जल्दी ही जारी कर सकता है। इस साल के अंत तक गुजरात और हिमाचल प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनावों में इनकी शुरुआत की जा सकती है।
चुनाव आयोग के एक अधिकारी ने कहा, 'हम नियमों में संशोधन करने नहीं जा रहे हैं। इससे प्रक्रिया की बहुत लंबी हो जाएगी।' चुनाव आयोग की ओर से गठित समिति एक सीट में 4 से 5 पोलिंग स्टेशनों पर पेपर स्लिप्स की गिनती के पक्ष में है।
हालांकि आम आदमी पार्टी 25 पर्सेंट बूथों पर इस तरह की गिनती चाहती है। आयोग के अधिकारी ने कहा, 'यह अव्यवहारिक है। इससे काउंटिंग में देरी होगी और नतीजे भी 26 घंटे की देरी से घोषित हो सकेंगे।'
Special Coverage News
Next Story