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PM मोदी देश की बिगड़ैल क़ानून व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए कब करेंगे मन की बात!
Arun Mishra
25 May 2017 10:04 AM GMT
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देश की तरक्की के साथ उस देश की सुव्यवस्थित क़ानून व्यवस्था का गहरा तालुक्क होता है..?
नई दिल्ली : हमारे देश के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने पीएम बनने के बाद अभी तक अनेकों बार अपने मन की बात देश के लोगों के सामने रखी हैं और देश के लोगों ने सुनी भी है। लेकिन पीएम मोदी ने देश में बिगड़ रही क़ानून व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए आज तक ना तो कोई बात की है न ही राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ क़ानून व्यवस्था को सुधारने के लिए कठोर कदम उठाने के लिए चर्चा ही की है। जब कि किसी भी देश की मजबूत नींव उस देश की मजबूत क़ानून व्यवस्था के साथ गहरे से जुड़ी होती है। उस देश की तरक्की के साथ उस देश की सुव्यवस्थित क़ानून व्यवस्था का गहरा तालुक्क होता है। जबकि जिस देश की क़ानून व्यवस्था बिगड़ैल होगी उस देश की दशा ओर दिशा क्या होगी ? शायद उस देश में अराजकता ही होगी।
जब देश के लोगों को एक समान रूप से न्याय ही ना मिले न्याय देने वाले भेद भरे ढंग से अपनी कार्यप्रणाली चला दे। जहाँ वर्दी मनमानी करे और कलम अपने ढंग से चले, देश में अमन ओर शांति बहाली की बजाय देश में अपराध का ग्राफ निरंतर उपर ही उपर जा रहा हो। देश की मां-बेटियों की इज़्ज़त लुटती हो पाकिस्तान जैसा नीच पड़ोसी देश सरहद पार से लगातार हेरोइन सप्लाई के लिए तस्करों को सरहदी इलाक़ों में सरगर्म करके बार्डर पर हेरोइन भेज रहा हो और हमारे जवान मुहँ ताकते तस्करों का ख़ात्मा करने में असफल साबित हो रहें हों।
देश की जवानी तबाही की तरफ धकेली जा रही हो देश में अव्यवस्था का वातावरण पनप रहा हो लेकिन हमारे देश के पीएम जिन के उपर देश को बेहद उम्मीदें हैं। वो देश की क़ानून व्यवस्था पर अपने मन की बात कहने से संकोच कर रहें हों। आज देश की जनता देश के पीएम मोदी जी से ये जानना चाहती है की देश की क़ानून व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए उनके मन में क्या है। देश की बिगड़ैल क़ानून व्यवस्था कब पटरी पर आ जाएगी।
क्या हमारे देश के राजा मोदी जी आ रहे 28 मई के मन की बात प्रोग्राम में बता देगें कि वो कब तक ओर किस तरह से देश में अमन ओर शांति बहाली के लिए कानूनों को सख्ती के साथ लागू करवा देंगे जिससे देश को अपराध मुक्त व भय मुक्त किया जा सकेगा।
एचएम त्रिखा, ब्यूरो चीफ़ पंजाब
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