- होम
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- राष्ट्रीय+
- आर्थिक+
- मनोरंजन+
- खेलकूद
- स्वास्थ्य
- राजनीति
- नौकरी
- शिक्षा
Archived
PM मोदी की इजरायल यात्रा पर शशि थरूर ने दिया चौकाने वाला बयान! जानिए क्या
Special Coverage News
5 July 2017 11:10 AM GMT
x
PM नरेंद्र मोदी इजरायल के तीन दिन के दौरे पर हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व राजनयिक, पूर्व विदेश राज्यमंत्री शशि थरूर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इजरायल यात्रा की सराहना की है।
नई दिल्ली: भारत के PM नरेंद्र मोदी इजरायल के तीन दिन के दौरे पर हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व राजनयिक, पूर्व विदेश राज्यमंत्री शशि थरूर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इजरायल यात्रा की सराहना की है। उन्होंने इसे भारत-इजरायल के रिश्तों में परिपक्वता का नया स्तर करार दिया है। वही फिलिस्तीन के साथ भारत के संबंधों को लेकर चिंता भी जताई है।
थरूर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तीन दिवसीय इजरायल यात्रा दिखाती है कि भारत इजरायल के साथ अपने संबंध सुधारने के प्रयास कर रहा है। इसकी पहल प्रधानमंत्री मोदी ने की है। संभवत: इससे दोनों देशों के बीच रिश्तों में परिपक्वता और नई ऊंचाईयां कायम होंगी। थरूर ने यह भी कहा कि विदेश मंत्रालय को इस तथ्य पर जरूर विचार-विमर्श करना चाहिए कि प्रधानमंत्री मोदी इजरायल का दौरा कर रहे हैं, मगर फिलिस्तीन का नहीं।
उन्होंने कहा, यह बेहद महत्वपूर्ण संबंध है, जिसको भारत को बनाए रखने की जरूरत है। मगर यह जरूर निश्चित करें कि यह फिलिस्तीन के साथ संबंधों की कीमत पर नहीं हो। गौरतलब है कि पीएम मोदी 4 जुलाई को तीन दिन के इजरायल दौरे पर गए हैं। वे इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के न्यौते पर वहां गये हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 70 साल के इतिहास में इजरायल जाने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं।
इजरायल से पहले फिलीस्तीन जाने की परंपरा को तोड़ते हुए प्रधानमंत्री ने यह निर्णय लिया है। भारत ने 1950 में इजरायल को मान्यता दी थी, लेकिन उससे कूटनीतिक संबंध नहीं रखे। हालांकि राजनयिक संबंध न होने के बावजूद इजरायल के साथ भारत के सामरिक रिश्ते बेहतर रहे। 1962, 1965 और 1971 में जंग के वक्त इजरायल ने भारत को आधुनिक सैन्य साजोसामान की आपूर्ति की थी।
वही 1985 में भारत के प्रधानमंत्री रहे राजीव गांधी ने अमेरिका में इजरायली समकक्ष शिमोन पेरेज से मुलाकात की थी। बाद में 1992 में तत्कालीन प्रधानमंत्री नरसिंह राव ने इजरायल के साथ कूटनीतिक संबंधों की शुरुआत की। 2015 में राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने इजरायल की यात्रा की थी। ऐसा करने वाले वह देश के पहले राष्ट्रपति हैं। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भी कुछ महीने पहले इजरायल का दौरा किया था।
Special Coverage News
Next Story