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सुल्तानपुर जिले से बीजेपी सांसद वरुण गांधी के कांग्रेस पार्टी में शामिल होने के कयास तेज हो गए हैं। वह 2015 में अमित शाह की मुख्य टीम पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव के प्रभारी से हटाए जाने के बाद से वरुण गांधी पार्टी से काफी असंतुष्ट चल रहे हैं।
वरुण और कांग्रेस पार्टी की मुखिया सोनिया गांधी के मिलने के बाद यह कयास लगाए जा रहे हैं कि गांधी परिवार के बीच समझौता हो रहा है। बता दें कि उनकी मां मेनका गांधी ने 1983 में संजय विचार मंच के लिए कांग्रेस छोड़ने के लगभग तीन दशक बाद परिवार में वापस शामिल हो गए थे। बीते दिनों में इस संबंध में वरुण और सोनिया के बीच कुछ बैठकें हुईं हैं। जानकारी के मुताबिक जिसमें राहुल और प्रियंका भी संभावना पर चर्चा करने के लिए मौजूद थे।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बीते शनिवार को एक ऐसी डिनर मीटिंग आयोजित की गई है, जिसमें वरुण गांधी उपस्थित थे। सूत्रों का कहना है कि देश में वर्तमान राजनीतिक स्थिति और उत्तर प्रदेश में बदल गए राजनीतिक परिदृश्य पर चर्चा हुई थी। यह पता चला है कि प्रियंका ने वरुण गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष के बीच बैठक की मध्यस्थता की थी।
दरअसल 2015 में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव के प्रभारी पद से हटने के बाद से वरुण गांधी पार्टी से नाराज चल रहे हैं। इसके अलावा हाल में हुए यूपी विधानसभा चुनाव में भी दरकिनार किया गया था। उन्हें पार्टी के अभियान की रणनीतियों में कोई भूमिका नहीं दी गई और न तो उन्हें उम्मीदवार चयन में कोई महत्व मिला। बता दें कि यूपी चुनाव में मिली बंपर जीत के बाद योगी आदित्यनाथ के साथ ही वरुण का नाम भी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद के लिए चल रहा था।
शिव कुमार मिश्र
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