Archived

कौन हैं ये राहुल ,मायावती .अखिलेश ? क्यों जीत जाना चाहिए था इन्हें ?

कौन हैं ये राहुल ,मायावती .अखिलेश ? क्यों जीत जाना चाहिए था इन्हें ?
x

उत्तरप्रदेश विधान सभा चुनाव में भाजपा की उल्लेखनीय जीत से हिंदी प्रदेश के तरक्कीपसंद बुद्धिजीवी हतप्रभ हैं . लगभग सबके बयान से निराशा उझकती दिखती है .अब जबकि वहां एक जोगी ने राजसत्ता संभाल ली है ,इस विषय पर विचार करना अनुचित नहीं होगा .


भाजपा क्यों जीती ? और ये तथाकथित सेक्युलर -समाजवादी -अम्बेडकरवादी क्यों हार गए ? हम इत्मिनान से विचार करें . कौन हैं ये राहुल ,मायावती .अखिलेश ? क्यों जीत जाना चाहिए था इन्हें ? मायावती और मुलायम के कारनामों से उनकी पार्टी के कार्यकर्त्ता ही परेशांन थे . सम्प्रदायवाद का विरोध करने वालों के आचरण इतने साम्प्रदायिक हैं कि जनता को भाजपा ज्यादा अच्छी दिखी . वोटों के बंदरबाट का भी मामला था .


कुल कारण यह था कि जातपात के बखेड़ों में फसे ये सेक्युलर फ़ोर्स जनता के सबसे निचले हिस्से को लगातार नजरअंदाज करते रहे . समाजवाद और अम्बेडकरवाद का बैनर लगाकर यादववाद और चमारवाद विकसित हुआ . यह एक नया सामाजिक फासीवाद है ,जिसे बुद्धिजीवियों से पहले जनता ने पहचाना है . हमें जनता पर भरोसा करना चाहिए ,उससे कभी -कभी सीखना भी चाहिए .. जनता पागल हो गई है , का निष्कर्ष निकाल लेना इलाज़ नहीं है .

प्रेम कुमार मणि

शिव कुमार मिश्र

शिव कुमार मिश्र

    Next Story