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राज्यसभा चुनाव LIVE: वोटिंग खत्म, कांग्रेस के 8 विधायकों ने की क्रॉस वोटिंग

Special Coverage News
8 Aug 2017 8:47 AM GMT
राज्यसभा चुनाव LIVE: वोटिंग खत्म, कांग्रेस के 8 विधायकों ने की क्रॉस वोटिंग
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गांधीनगर: राज्यसभा के लिए गुजरात की तीन सीटों के लिए वोटिंग खत्म हो गई है. शाम सात बजे तक नतीजे आ जाएंगे. बीजेपी की तरफ से राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और बलवंत सिंह मैदान में हैं. वहीं, कांग्रेस से सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव अहमद पटेल मैदान में हैं. हालांकि चुनाव में शाह और ईरानी की जीत पक्की है, लेकिन अहमद पटेल के लिए राह मुश्किल है.
गुजरात में वोटिंग खत्म हो गई है. कांग्रेस के आठ विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की है. आठ में से सात विधायक वाघेला समर्थक बताए जा रहे हैं.कांग्रेस नेता भरत सिंह सोलंकी ने दावा किया है कि स्मृति इरानी इस चुनाव में हार सकती हैं. अभी तक बीजेपी के 88, कांग्रेस 43 और शंकर सिंह बाघेला गुट के 7 लोगों ने वोट दिया है.कांग्रेस के एक विधायक करम सिंह मकवाड़ा ने इस चुनाव में क्रॉस वोटिंग की है. बताया जा रहा है कि यह उन 44 विधायकों में शामिल थे जो बेंगलूरु के एक रिसॉर्ट में ठहरे हुए थे.

गुजरात की पूर्व मुख्यमंत्री आनंदी बेन पटेल ने कहा है कि इस चुनाव में अहमद पटेल की हार तय है.अगर कांग्रेस का जेडीयू की वोट वाला दावा सही हो जाता है और पार्टी के 44 विधायकों ने भी अहमद पटेल को वोट किया तो अहमद पटेल का राज्यसभा जाने का रास्ता साफ हो जाएगा, लेकिन इनमें से एक भी विधायक ने अगर पटेल को वोट नहीं किया तो वह हार जाएंगे.कांग्रेस ने दावा किया है कि जेडीयू विधायक छोटू भाई वसावा ने अपना वोट अहमद पटेल को दिया है. सू्त्रों के मुताबिक वसावा ने व्यक्तिगत कारणों की वजह से पटेल को अपना वोट दिया है.गुजरात में जेडीयू के विधायक छोटू भाई वसावा ने अपना वोट कर दिया है. शंकर सिंह वाघेला के करीबी माने जाने वाले राघवजी पटेल ने कहा है कि गुजरात में दो पार्टी हैं. एक कांग्रेस और दूसरी बीजेपी. मैंने कांग्रेस को वोट नहीं दिया है. अब आप मान सकते हैं कि मैंने किेसे वोट दिया है.

कांग्रेस विधायक ध्रमेंद्र जडेजा ने वोट देने के बाद कहा है कि एक साल से कांग्रेस हमारी बात नहीं सुन रही है. इसलिए हमने बीजेपी उम्मीदवार बलवंत सिंह राजपूत के लिए वोट किया है.अहमद पटेल ने कहा है कि मुझे अपनी जीत का पूरा भरोसा है. उन्होंने कहा है कि चुनाव को सोनिया गांधी से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए.गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने दावा किया है कि राज्यसभा चुनाव में बीजेपी के तीनों उम्मीदवार की जीत होगी.गुजरात में जेडीयू के सिर्फ एक विधायक छोटू भाई वसावा ने कहा है कि अभी मैंने यह तय नहीं किया है कि मैं किसको वोट दूंगाएनसीपी के दोनों विधायकों ने वोट डाल दिया है.
एनसीपी के एक विधायक ने कहा है कि वो बीजेपी को वोट देंगे और एक विधायक का अभी साफ नहीं है कि वो किसको वोट देंगे. हालांकि जयंत पटेल ने अहमद पटेल को वोट देने के संकेत दिए हैं.वोट देने के बाद बोले शंकर सिंह वाघेला, "मैंने अहमद पटेल को वोट नहीं दिया. जब कांग्रेस जीतने वाली ही नहीं है तो उन्हें वोट देने का मतलब नहीं था." बता दें कि कुछ दिनों पहले ही शंकर सिंह बाघेला ने कांग्रेस पार्टी छोड़ी थी.
राज्यसभा चुनाव के लिए वोटिंग शुरू हो गई है. शाम 4 बजे तक ही वोट डाले जाएंगे.मतदान करने के लिए कांग्रेस के सभी विधायक गांधीनगर के लिए निकल गए हैं.
सूत्रों के मुताबिक, सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव अहमद पटेल को बड़ी राहत मिल सकती है, खबर ये है कि गुजरात में जेडीयू के विधायक ने बीजेपी को वोट देने से मना कर दिया है. बिहार में जब लालू–नीतीश की सरकार थी, तब जेडीयू ने गुजरात में जेडीयू के सिर्फ एक विधायक छोटू भाई वसावा को कांग्रेस के समर्थन में वोट देने को कहा था, लेकिन अब बीजेपी-जेडीयू की सरकार बिहार में बनने के बाद नीतीश कुमार और केसी त्यागी ने वसावा को बीजेपी के समर्थन में वोट देने को कहा है. लेकिन वसावा नें बीजेपी को वोट देने से मना कर दिया है. माना जा रहा है कि वसावा शरद यादव के करीबी हैं.
गुजरात के विधायकों का गणित
गुजरात विधानसभा में कुल 182 सदस्य हैं. 6 कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे के बाद अब विधानसभा में 176 विधायक बचे हैं. इनमें बीजेपी के 121 और कांग्रेस के 51 विधायक हैं. जीत के लिए हरेक उम्मीदवार को कम से कम 45 विधायकों के वोट चाहिए. बीजेपी विधायकों की संख्या के मद्देनज़र अमित शाह और स्मृति ईरानी की जीत तय है.
बीजेपी के तीसरे उम्मीदवार के पास सिर्फ 31 वोट
बीजेपी के तीसरे उम्मीदवार बलवंत सिंह के पास उनकी पार्टी आंकड़ों के हिसाब से सिर्फ 31 वोट हैं, लेकिन बीजेपी बाहरी विधायकों के वोट झटकने की उम्मीद में बलवंत की जीत का दावा कर रही है. कांग्रेस के 51 विधायकों के आधार पर अहमद पटेल की जीत पक्की होनी चाहिए थी, लेकिन ऐसा नहीं है. अहमद पटेल के पाले में कांग्रेस के वो 44 विधायक ही पक्के माने जा रहे हैं, जिन्हें पहले बेंगलूरु और फिर आणंद के रिजॉर्ट में एक साथ रखा गया था.
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