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Archived
चर्चित तांत्रिक चंद्रास्वामी का निधन, जिनके आगे झुकते थे नेता और अभिनेता
Kamlesh Kapar
23 May 2017 12:34 PM GMT
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The legendary Tantrik chandra Swami passed away
नई दिल्ली : 1990 के दौर में प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हाराव के दौर में अचानक सुर्खियों में आए तांत्रिक चंद्रास्वामी का आज निधन हो गया। वह पिछले कुछ समय से बीमार चल रहे थे। 1948 में जन्मे चंद्रास्वामी का असली नाम नेमिचंद था। जैन समुदाय से ताल्लुक रखने वाले नेमिचंद बचपन में ही पिता के साथ हैदराबाद चले गए। 1991 में जब पीवी नरसिम्हाराव देश के प्रधानमंत्री बने तो उसके तत्काल बाद चंद्रास्वामी ने दिल्ली में एक आश्रम बनाया। चंद्रास्वामी के बारे में कहा जाता है कि वह नरसिम्हाराव के आध्यात्मिक गुरू थे। कहा जाता है कि इस आश्रम की जमीन इंदिरा गांधी ने दी थी।
जब तक कांग्रेस नेताओं का साथ रहा, चंद्रास्वामी की तूती बोलती रही, लेकिन जैसे ही कांग्रेस पार्टी ने छोड़ा और कांग्रेसी नेताओं से 36 का आंकड़ा हुआ, उनके बुरे दिन शुरू हो गए थे। गंभीर अपराधों के आरोप के कारण उन्हें जेल भी जाना पड़ा। पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह ने अपनी किताब 'वॉकिंग विद लायन्स-टेल्स फ्रॉम अ डिप्लोमेटिक पास्ट' में लिखा है कि उनके माध्यम से 1975 में वह ब्रिटेन में मार्गरेट थैचर से मिले थे और उस मुलाकात में ही यह घोषणा कर दी थी कि वह अगले तीन-चार साल में प्रधानमंत्री बनेंगी और यह बात सही साबित हुई।
भारत में नरसिंह राव, नटवर सिंह, टीएन शेषन से लेकर राजेश खन्ना और आशा पारिख तक चंद्रास्वामी के भक्तों में शामिल थे। वहीं ब्रूनई के सुल्तान, बहरीन के शेख इसा बिन सलमान अल खलिफा, एक्ट्रेस एलिजाबेथ टेलर, पूर्व ब्रिटिश पीएम मार्ग्रेट थैचर, हरियारों के सौदागर अदनान खशोगी और अंडरवर्ल्ड डॉन दाउद इब्राहिम भी चंद्रास्वामी से परामर्श लेते थे।
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