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Archived
#NotInMyName: भीड़ की गुंडागर्दी के खिलाफ सड़कों पर आये लोग
शिव कुमार मिश्र
28 Jun 2017 5:04 PM GMT
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भीड़तंत्र के खिलाफ लोगों में नाराजगी
देश में भीड़ द्वारा हत्या के विरोध में हजारों लोगों ने दिल्ली और चार अन्य शहरों में प्रदर्शन किया. इस तरह की घटनाओं के विरोध में #NotInMyName के नाम से कैंपेन भी शुरू किया गया. सोशल मीडिया पर भी इस हैशटैग के जरिए लोगों ने गुस्सा जाहिर किया.
जंतर-मंतर पर करीब 5000 लोगों ने पोस्टर लेकर सरकार से ऐसी घटनाओं के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है. गुरूग्राम के विक्रेता मोहम्मद अलीम ने बातचीत में न्यूज 18 को कहा, 'ये घटनाएं हमारे देश की धर्मनिरपेक्षता पर एक धब्बा है. भारत मेरा देश है. हमें डर में क्यों रहना चाहिए. इन हमलों से पता चलता है कि सरकार इन अपराधों में सहभागी है और उसे जवाबदेह होना चाहिए.'
उन्होंने कहा कि आम लोगों की किसी से कोई दुश्मनी नहीं है, लेकिन नेताओं तनाव को बढ़ा रहे हैं. प्रदर्शनकारियों ने महात्मा गांधी की कविताओं के पोस्टर्स को लेकर विरोध जताया. एक लड़की ने कविता के जरिए विरोध जताया. उसकी कविता की लाइन इस प्रकार थी, 'तुम्हारी नजरों में गायें जरूरी लगती है और इंसान बेजान लगती है.'
बेंगलुरु में इतिहासकार रामचंद्र गुहा और एक्टर-डायरेक्टर गिरीश कर्नाड सैंकड़ों अन्य लोगों के साथ टाउन हॉल में विरोध के लिए जुटे. इस तरह का विरोध प्रदर्शन दिल्ली, कोलकाता, मुंबई, हैदराबाद, बेंगलुरु और तिरुवनंतपुरम में हुए.
बता दें कि सामाजिक कार्यकर्ता शबनम हाशमी ने भीड़ की बर्बर कार्रवाई के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने विरोध में अपना राष्ट्रीय अल्पसंख्यक अधिकार अवॉर्ड वापस लौटा दिया.
भीड़ द्वारा हत्या के मामले:
पिछले गुरुवार जब मुल्क ईद की तैयारी कर रहा था, उससे ऐन पहले देश की राजधानी से गुज़रने वाली ट्रेन में 16 साल के जुनैद को भीड़ पीट- पीट कर हत्या कर देती है. आरोप है भीड़ ने ऐसा उनके मुसलमान होने पर किया है.
भीड़ की गुंडागर्दी अभी हाल ही में श्रीनगर में भी देखने को मिली थी. जहां मस्जिद के सामने डीएसपी को मौत के घाट उतार दिया गया. पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में भीड़ ने मानव तस्करी के आरोप में एक महिला को मौत के घाट उतार दिया. भीड़ ने यूपी में पांच लोंगों को जिन्दा जला दिया. ये भीड़ क उन्माद देश को ले डूबेगा.
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