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पीएम मोदी ने शिमला में सुनाई जब ये दो दास्ताँ, तो भीड़ में मौजूद युवाओं को आ गया जोश!

पीएम मोदी ने शिमला में सुनाई जब ये दो दास्ताँ, तो भीड़ में मौजूद युवाओं को आ गया जोश!
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पीएम नरेंद्र मोदी ने शिमला में एक रैली को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि हिमाचल सिर्फ देव भूमि ही नहीं है यह वीर भूमि भी है. इसके साथ ही चुटकी लेते हुए उन्होंने कहा कि पहले शिमला से हवा देशभर में जाती थी लेकिन अब यूपी और उत्तराखंड (चुनावी परिणाम) से यहां हवा आ रही है. ताजा-ताजा दिल्ली की हवा भी हिमाचल में आ रही है. उन्होंने सीएम वीरभद्र सिंह का नाम लिए बिना उनपर निशाना साधा और कहा कि शायद ही किसी सीएम को वकीलों को साथ इतना समय बिताना पड़ता है.

शिमला में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सबसे सस्ती हवाई सेवा 'उड़ान' की शुरूआत की. पीएम मोदी ने शिमला से दिल्ली के बीच की पहली फ्लाइट को हरी झंडी दिखाई.

पहली कहानी: जब पहली बार हवाई यात्रा से जुड़ा 'आम आदमी'
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "बहुत पहले हमारी सोच ये बनी थी कि हवाई यात्रा सिर्फ राजाओं और महाराजाओं का ही विषय है. इसलिए हमारी एयरलाइन्स के साथ जो लोगों जुड़ा था वो महाराज का ही जुड़ा था. जब अटल जी की सरकार थी तब राजीव प्रताप रूडी एविएशन मंत्री थे. उस वक्त मैं पार्टी का काम करता था और यहीं हिमाचल में रहता था. एक बार उनसे मिला और कहा कि क्या ये लोगो नहीं बदला जा सकता. मैंने कहा कि इससे लग रहा है कि हवाई यात्रा एक ही वर्ग के लोगों के लिए है."


प्रधानमंत्री ने आगे कहा, "उन्होंने पूछा कि क्या किया जा सकता ? मैंने कहा कि आप कुछ मत करिए बस कार्टूनिस्ट आर के लक्षमण कार्टून कैरेक्टर 'आम आदमी' को इससे रिप्लेस दीजिए. मुझे खुशी है कि अटल जी की सरकार के समय उस 'कॉमन मैन' का भी इसमें समावेश किया गया. उस समय मैं राजनीति में किसी पद पर नहीं था मैं सिर्फ संगठन का काम करता था. उस वक्त मुझे समझ में आता था कि राजा-महाराजा वाले लोगो के साथ जुड़ी हुई ये जो सोच है उसे बदलना है."

दूसरी कहानी: हवाई जहाज में हवाई चप्पल वाला
प्रधानमंत्री मोदी ने एक और कहानी सुनाते हुए कहा, "देश में अभी एविएशन की कोई पॉलिसी नहीं है. इतना बड़ा देश है इतनी संभावनाएं है पूरे विश्व का ध्यान है. हमें नीति के आधार पर इसके विस्तार की एक डिजायन तैयार करें. मुझे खुशी है कि आजादी के बाद देश में पहली एविएशन पॉलिसी बनाने का सौभाग्य हमारी सरकार को मिला. मैंने इसके लिए पहली मीटिंग में बताया था कि मैं एविएशन को किस तरह से देखता हूं. हमारे देश में गरीब व्यक्ति की एक पहचान है कि वो हवाई चप्पल पहनता है. मैंने उसी मीटिंग में कहा था कि मैं चाहता हूं कि हवाई यात्रा में हवाई चप्पल पहनने वाला व्यक्ति सफर करे. आज ये संभव हो रहा है."
शिव कुमार मिश्र

शिव कुमार मिश्र

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