- होम
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- राष्ट्रीय+
- आर्थिक+
- मनोरंजन+
- खेलकूद
- स्वास्थ्य
- राजनीति
- नौकरी
- शिक्षा
Archived
NIA ने अलगाववादी नेता गिलानी के खिलाफ शुरु की जांच, हाफिज सईद से फंडिंग का आरोप
Arun Mishra
19 May 2017 9:05 AM GMT
x
आरोप है कि पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन इन्हें घाटी में अशांति फैलाने के लिए फडिंग करता है..?
नई दिल्ली : जम्मू कश्मीर के अलगाववादी नेता सैय्यद अली शाह गिलानी, बड़े बेटे नईम ख़ान, फ़ारुक़ अहमद डार, गाजी जावेद बाबा और दूसरे कई अन्य नेताओं के ख़िलाफ़ एनआईए ने प्राथमिक जांच शुरु की है। बता दें कि इन सभी नेताओं पर आरोप है कि जमात-उद-दावा का सरगना हाफिज सईद और अन्य पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन इन्हें घाटी में अशांति फैलाने के लिए फडिंग करता है।
सूत्रों के अनुसार, वरिष्ठ सदस्यों के नेतृत्व में एनआईए की टीम हुर्रियत को फंडिंग किये जाने की जांच के लिए घाटी तक पहुंच गयी है। यह टीम हुर्रियत को वित्तपोषण किये जाने की बारीकी से जांच करेगी, जिसका इस्तेमाल पत्थरबाजों, सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान करने और विध्वंसक गतिविधियों के लिए किया जा रहा है।
रिपोर्ट के अनुसार, भारत में दो आईएसआई कार्यकर्ताओं की हालिया गिरफ्तारी के बाद खुलासा हुआ है कि पिछले कुछ महीनों में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने जम्मू-कश्मीर क्षेत्र में अलगाववादियों को 70 लाख रुपये फंडिंग की है। इसके बाद एनआईए ने यह कार्रवाई की है।
वहीं, हुर्रियत नेताओं और अलगाववादियों ने कश्मीरियों से कहा है कि वे अपने बच्चों को सेना द्वारा संचालित स्कूलों में न भेजें। उन्होंने आरोप लगाया है कि ये संस्थाएं हमारी अगली पीढ़ी को हमारे धर्म और संस्कृति से दूर कर रही हैं। हालांकि, इन स्कूलों से पढ़ाई कर निकले कई परिवारों के बच्चों को सर्वश्रेष्ठ शिक्षा मिली है। वे विदेशों में बसे हैं और शानदार जीवन जी रहे हैं।
Next Story