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यह है देश का सबसे VVIP पेड़, सुरक्षा में हर साल 12 लाख खर्च करती है मध्य प्रदेश सरकार
Special Coverage News
13 July 2017 11:46 AM GMT
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मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल और यूनेस्को के विश्व धरोहर स्थल में शामिल सांची स्तूप से 5 किलोमीटर की दूरी पर लगा यह पीपल का पेड़ देश का संभवत पहला VVIP पेड़ है।
भोपाल: मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल और यूनेस्को के विश्व धरोहर स्थल में शामिल सांची स्तूप से 5 किलोमीटर की दूरी पर लगा यह पीपल का पेड़ देश का संभवत पहला VVIP पेड़ है। विदिशा के सलामतपुर की पहाड़ी पर लगा है यह पेड़। पहले इस पेड़ को देखने को काफी लोग आते थे लेकिन अब कुछ ही लोग आते हैं।
सौ एकड़ की पहाड़ी पर लोहे की लगभग 15 फीट ऊंची जाली के अंदर लहलहाता है यह वीवीआईपी बोधि वृक्ष। इस पेड़ की सुरक्षा के लिए मध्य प्रदेश सरकार ने चार सुरक्षा कर्मियों की तैनाती भी की है जो 24 घंटों इस पेड़ की निगरानी करते हैं। इस पेड़ की सुरक्षा में लगे एक सुरक्षाकर्मी, परमेश्वर तिवारी ने बताया, 'मैं यहां '2012 से तैनात हूं। यहां कुल चार सुरक्षाकर्मी तैनात हैं। इस पेड़ को बीमारी से बचाने के लिए कृषि विभाग के अधिकारी हर हफ्ते दौरा करते हैं। यह सब होता है जिला कलेक्टर की निगरानी में।
इस 'पवित्र' पेड़ को 5 साल पहले भारत दौरे पर आईं श्रीलंका की पूर्व राष्ट्रपति महिन्द्रा राजपक्षे अपने साथ लेकर आईं थी। सांची स्थित भारतीय महाबोधि सोसाइटी के सदस्य भंटे चंदारतन ने बताया, '300 ईसा पूर्व पवित्र बोधि पेड़, जिसके नीचे बैठकर गौतम बुद्ध को सत्य की प्राप्ति हुई थी, की एक शाखा भारत से श्रीलंका ले जाया गया था जिसे अनुरुद्धपुरा में लगाया गया था। महिंद्रा राजपक्षे 5 साल पहले इसी पेड़ की एक शाखा अपने साथ भारत लेकर आईं जिसे उन्होंने यहां लगाया।'
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