- होम
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- राष्ट्रीय+
- आर्थिक+
- मनोरंजन+
- खेलकूद
- स्वास्थ्य
- राजनीति
- नौकरी
- शिक्षा
Archived
गैंगस्टर आनंदपाल के बेटी ने कहा- धोखे से किया गया पिता का अंतिम संस्कार, ऑडियो हुआ Viral
Special Coverage News
14 July 2017 1:54 PM GMT
x
गैंगस्टर आनंदपाल सिंह के शव का 20 दिन बाद वीरवार शाम को उसके पैतृक गांव नागौर जिले के सांवराद गांव में भारी पुलिस फोर्स की मौजूदगी में अंतिम संस्कार कर दिया गया।
राजस्थान: गैंगस्टर आनंदपाल सिंह के शव का 20 दिन बाद वीरवार शाम को उसके पैतृक गांव नागौर जिले के सांवराद गांव में भारी पुलिस फोर्स की मौजूदगी में अंतिम संस्कार कर दिया गया। अंतिम संस्कार के दौरान किसी आम आदमी को सांवराद गांव में प्रवेश नहीं करने दिया गया। वहीं आनंदपाल की बड़ी बेटी चीनू का एक ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, जिसमें उसने अंतिम संस्कार से पहले पुलिस प्रशासन के रवैए का जिक्र किया है।
आनंदपाल की बेटी का कहना है कि उसके पापा का अंतिम संस्कार धोखे से किया गया है। मेरे पापा के शव को जबरदस्ती ले जाया जा रहा था। हमारी मांगे मानना तो दूर धोखे से शव को ले गए। मैं चाहती हूं कि पूरी जनता हमारे साथ आये और कहे कि सरकार हमारे साथ गलत किया है, जिसके खिलाफ आवाज मिलकर उठाये।
चीनू ने बताया है कि पुलिस ने हदें पार कर दी। मेरी मां, बहन, भाई बेहोश हैं। हमारे घर पर कोई पुरुष सदस्य नहीं था। यहाँ तक की उनके परिवार की गैर मौजूदगी में ही उनके पिटा के शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया। इसका परिणाम सरकार को भुगतना पड़ेगा। इस ऑडियो में सवाल उठाया कि तो फिर किस की सहमति है? साथ ही रात को अंतिम संस्कार करने का कौन सा समय होता है।
Special Coverage News
Next Story