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मुख्य सचिव, राजस्थान सरकार द्वारा स्टेट फोकस पेपर 2017-18 का विमोचन
जयपुर से हिमा अग्रवाल
राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) ने राजस्थान राज्य में वर्ष 2017-18 के लिए प्राथमिकता क्षेत्र में रु.1.72 लाख करोड़ की ऋण संभाव्यता का आकलन किया, जो पिछले 2016-17 के आकलन से 14% अधिक है. नाबार्ड द्वारा आयोजित राज्य ऋण संगोष्ठी (स्टेट क्रेडिट सेमिनार) में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित मुख्य सचिव, राजस्थान सरकार ओम प्रकाश मीना ने ऋण संभाव्यता के आकलन के आंकड़ों के साथ स्टेट फोकस पेपर 2017-18 का विमोचन दिनांक 22 मार्च 2017 को सांयकाल 5.00 बजे होटल क्लार्क्स आमेर, जयपुर में किया.
इस अवसर पर अर्नब राय, क्षेत्रीय निदेशक - भारतीय रिज़र्व बैंक; श्री एन. सी. उप्रेती, समन्वयक - राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति एवं महाप्रबंधक - बैंक ऑफ़ बडौदा तथा प्रमुख वाणिज्यिक बैंको, क्षेत्रीय ग्रामीण एवं सहकारी बैंकों के नियंत्रक एवं वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे.
श्रीमती सरिता अरोरा, मुख्य महाप्रबन्धक, नाबार्ड ने इस अवसर पर बोलते हुए बताया की "भारत के माननीय प्रधानमंत्री द्वारा परिकल्पित कृषकों की आय को वर्ष 2022 तक दुगुना करने के लक्ष्य को ध्यान मे रखते हुये वर्ष 2017-18 के लिए राजस्थान राज्य हेतु ऋण संभाव्यता का आकलन किया गया है. स्टेट फोकस पेपर 2017-18 में तीन नए अध्याय शामिल किये गए हैं यथा - किसानों की आय वर्ष 2022 तक दुगुना करने, कौशल विकास तथा जलवायु परिवर्तन हैं. स्टेट फोकस पेपर को राज्य सरकार के विभिन्न विभागों, बैंकों तथा अन्य हितकारकों के साथ विमर्श के बाद बनाया गया है, जिसमें विभिन्न क्षेत्रों के लिए ऋण संभाव्यता का आकलन दर्शाया है, जैसे कृषि क्षेत्र में रु 122197 करोड़, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम स्तरीय उद्यम क्षेत्र में रु. 30472 करोड़, निर्यात क्षेत्र में रु. 2140 करोड़, शिक्षा के लिए रु. 1921 करोड़, आवास हेतु रु. 8135 करोड़, नवीकरणीय ऊर्जा हेतु रु. 925 करोड़, सामाजिक आधारभूत संरचना के लिए रु. 1197 करोड़ तथा अन्य क्षेत्रों के लिए रु. 5339 करोड़ की संभाव्यता का आकलन किया गया है. कृषि की आधारभूत संरचना एवं सहायक गतिविधियों सहित कृषि क्षेत्र के लिए ऋण संभाव्यता कुल संभाव्यता की 71 प्रतिशत है, जबकि सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम स्तरीय उद्यम क्षेत्र में ऋण संभाव्यता कुल संभाव्यता की 18 प्रतिशत एवं अन्य प्राथमिकता क्षेत्र के लिए संभाव्यता कुल संभाव्यता की 11 प्रतिशत ऋण संभाव्यता है.
इसी अवसर पर दिनांक 22 मार्च 2017 को विश्व जल दिवस समारोह के रूप में नाबार्ड द्वारा जल संरक्षण अभियान की शुरुआत भी की गई, जिसमें मुख्य सचिव, राजस्थान सरकार द्वारा एक पेम्फलेट जारी किया जिसमें जल के महत्व, जल संरक्षण/ प्रबन्धन तथा जल के कुशल उपयोग पर प्रकाश डाला गया हैं. नाबार्ड ने कृषकों एवं ग्रामीणों में जल के महत्त्व तथा संरक्षण/ प्रबंधन के तरीकों के लिए जागरूक करने हेतु राजस्थान के 10 संकटग्रस्त जिलों के 6500 गांवों को चिन्हित किया है. यह जागरूकता अभियान स्थानीय जल दूतों (स्वयंसेवकों) के माध्यम से किया जायेगा जिनको मास्टर ट्रेनर द्वारा प्रशिक्षित किया जायेगा.
इस अवसर पर राजस्थान राज्य में स्वयं सहायता समूहों को ऋण वितरण के लिए उत्कृष्ट कार्य करने के लिए बैंकों को पुरस्कार भी प्रदान किए गए. आइसीआइसीआई बैंक, राजस्थान मरुधरा ग्रामीण बैंक व सीकर केन्द्रीय जिला सहकारी बैंक को प्रथम पुरस्कार, बैंक ऑफ़ बडौदा व बूंदी जिला केन्द्रीय सहकारी बैंक को द्वितीय पुरस्कार, झालावाड़ जिला केन्द्रीय सहकारी बैंक को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया. इसके अतिरिक्त राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति को उत्कर्षता पुरस्कार तथा पंजाब नेशनल बैंक को विशेष पुरस्कार प्रदान किया गया।