- होम
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- राष्ट्रीय+
- आर्थिक+
- मनोरंजन+
- खेलकूद
- स्वास्थ्य
- राजनीति
- नौकरी
- शिक्षा
Archived
भारत माता की जय कहने में हिचक हैं तो 'भारत अम्मी की जय' कहे: शिया धर्मगुरू कल्बे सादिक
Special Coverage News
17 July 2016 11:05 AM GMT
x
लखनऊ: फ्रांस में हुए आतंकी हमले की निंदा करते हुए शिया धर्मगुरू कल्बे सादिक ने मुसलमानों को आगाह किया कि वो उन सभी चीजों से दूर रहें, जो इंसानियत के खिलाफ है। शनिवार को इरा मेडिकल कॉलेज की ओर से ऑर्गनाइज की गई कांफ्रेंस में बोलते हुए कल्बे सादिक ने फ्रांस के हमलावरों को पागल कुत्ता करार दिया। पुरानी कहावत 'जैसा बोओगे, वैसा काटोगे' का हवाला देते हुए उन्होंने कहा, 'अगर आप हिंसा का सहारा लेते हैं, तो आपका भी सफाया हो जाएगा।' 'अकेले शिक्षा दुनियाभर में मुसलमानों के भाग्य को बदल सकती है।'
इस दौरान उन्होंने ये भी कहा कि जो लोग भारत माता की जय कहने में हिचकते हैं, वो भारत अम्मी की जय कह सकते हैं।
इस प्रोग्राम में चीफ गेस्ट के रूप में पहुंचे गर्वनर राम नाईक ने हड़ताल के खिलाफ मेडिकल स्टूडेंट्स को सलाह दी। उन्होंने कहा कि सेवा डॉक्टर की पहली ड्यूटी है और यह हर चीजों से ऊपर बढ़कर है। स्टूडेंट्स को अपने इंसानियत के कमिटमेंट को नहीं भूलना चाहिए।
Special Coverage News
Next Story