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अरुणाचल प्रदेश में शक्ति परीक्षण आज, कांग्रेस चुन सकती है दूसरा नेता
Special Coverage News
16 July 2016 5:37 AM GMT
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अरुणाचल प्रदेश: कांग्रेस आज सदन में शक्ति परिक्षण करने जा रही है। इससे पहले मुख्यमंत्री नाबाम तुकी ने सदन में बहुमत साबित करने के लिए 10 दिनों का वक्त मांगा था, लेकिन राज्यपाल ने उन्हें मोहलत देने से इनकार कर दिया था। ईटानगर हाईकोर्ट ने भी फ्लोर टेस्ट में दखल देने से इनकार कर दिया था। बता दें कि एक्टिंग गवर्नर के फैसले के खिलाफ कांग्रेस हाईकोर्ट गई थी।
राज्यपाल के इस रुख के बाद कांग्रेस ने राज्य में अपनी सरकार बचाने के लिए नई रणनीति बनाई है, जिसमें ऐसा कहा जा रहा है कि तुकी की जगह पार्टी नए नेता को चुन सकती है। दरअसल कांग्रेस के 20 बागी विधायकों ने संकेत दिए हैं कि पार्टी अगर नेतृत्व में परिवर्तन करती है तो वह बगावती तेवर छोड़ पार्टी में वापस लौट सकते हैं।
अगर ये विधायक सदन में कांग्रेस का समर्थन करते हैं तो 60 सदस्यीय विधानसभा में पार्टी के पास 35 विधायकों का समर्थन होगा और इस तरह वह आसानी से बहुमत साबित कर लेगी। पार्टी ने अब कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई है, जहां मुख्यमंत्री नबाम तुकी अपने उत्तराधिकारी के नाम का प्रस्ताव करेंगे।
इस बाबत कांग्रेस से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि उत्तराधिकारी के लिए पेमा खांडू और चाउना मीन के नाम सामने हैं, लेकिन नेता का चुनाव अंतत: विधायकों की मर्जी से ही होगा।
बीजेपी सूत्रों की मानें तो स्पीकर रेबिया के खिलाफ कॉन्फिडेंस मोशन लाया जा सकता है। कोर्ट के फैसले के मुताबिक, अगर बीजेपी पुल रेबिया के खिलाफ नो कॉन्फिडेंस मोशन लाती है तो उसे खुद का भी कॉन्फिडेंस वोट साबित करना होगा।
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