Archived

राम मनोहर लोहिया की जयंती पर मुलायम-अखिलेश ने दी श्रद्धांजलि

Arun Mishra
23 March 2017 12:00 PM GMT
राम मनोहर लोहिया की जयंती पर मुलायम-अखिलेश ने दी श्रद्धांजलि
x
डॉ. लोहिया को प्रतिमा पर माल्यार्पण करते मुलायम सिंह, अखिलेश यादव
लखनऊ : समाजवादी पार्टी द्वारा 23 मार्च 2017 को महान समाजवादी विचारक डाॅ. राममनोहर लोहिया की 107वीं जयंती पूरे प्रदेश में सादगी से मनाई गई। राजधानी लखनऊ में विक्रमादित्य मार्ग स्थित लोहिया ट्रस्ट और गोमती नगर में डाॅ. लोहिया पार्क में मुलायम सिंह यादव और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने डाॅ. राममनोहर लोहिया की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण कर उन्हें अपने श्रद्धासुमन अर्पित किए।

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का मानना है कि डाॅ. लोहिया के विचार आज भी प्रासंगिक हैं। समाजवादियों को डाॅ. लोहिया के विचारों को आत्मसात कर समाजवाद के रास्ते पर चलकर विषमता, गरीबी, अशिक्षा, और अन्याय के विरूद्ध काम करें। डाॅ. लोहिया ने संस्कृति की जो अवधारणा दी है उसे अपनाकर हम एक स्वस्थ समाज और विश्व की कल्पना को साकार कर सकते हैं।

अखिलेश यादव के नेतृत्व में समाजवादी सरकार ने लोहिया के दिखाये रास्ते पर चलने का कार्य किया। डाॅ. लोहिया के समता और सम्पन्नता वाले समाजवादी माॅडल को समाजवादी पार्टी ने हमेशा मजबूत किया है। समाज में व्याप्त कुरीतियों को दूर कर गैर बराबरी खत्म करने का जो विचार लोहिया ने दिया, उनका पालन करना वर्तमान में बेहद जरूरी है।

इसके अतिरिक्त चैक, लखनऊ स्थित डाॅ. राममनोहर लोहिया पार्क में वरिष्ठ नेता भगवती सिंह तथा लोहिया अस्पताल, गोमती नगर में पूर्व स्वास्थ्य मंत्री अहमद हसन ने डाॅ. लोहिया की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण किया। डाॅ. लोहिया को पूर्व मंत्री सर्वश्री राजेंद्र चौधरी, बलवंत सिंह रामूवालिया अरविंद सिंह गोप, राधेश्याम सिंह, एवं प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, प्रदेश सचिव श्री एसआरएस यादव तथा अरविंद सिंह ने श्री पुष्पांजलि भेंट कर नमन किया।

अखिलेश यादव ने कहा है कि आज शहीदे आजम भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरू की शहादत का भी दिन है। इन क्रांतिकारियों ने देश की आजादी के लिए अपना बलिदान दिया। क्रांतिकारियों ने समाजवाद को स्वप्न को मूर्त रूप देने के लिए हिन्दुस्तान रिपब्लिकन सोशलिस्ट एसोसिएशन की स्थापना की थी इसमें समाजवाद को अंतिम लक्ष्य के रूप में अपनाने का प्रस्ताव था। लोहिया जी भगत सिंह की शहादत के दिन पर अपना जन्म दिन नहीं मनाते थे। शहीदों के अरमान समाजवादी विचारधारा को आगे बढ़ाने से ही पूरे किए जा सकते हैं। आज की राजनीति में भी एक मात्र विकल्प समाजवाद है। हम शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।
Next Story