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गाजियाबाद : 21 वर्षीय मुस्लिम शिक्षिका लापता, पुलिस का लापरवाह रवैय्या, नहीं कर रही कार्रवाई!

Arun Mishra
18 Aug 2017 6:05 AM GMT
गाजियाबाद : 21 वर्षीय मुस्लिम शिक्षिका लापता, पुलिस का लापरवाह रवैय्या, नहीं कर रही कार्रवाई!
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14 अगस्त से लापता ज़ैनब
'स्पेशल कवरेज न्यूज़' की टीम ने जब परिजनों से बात की तो उन्होंने पुलिस पर कार्यवाही न करने का आरोप लगाया है। परिजनों के मुताबिक, पुलिस आज तक घर पर किसी भी प्रकार की पूछताछ करने नहीं आई है..

ग़ाज़ियाबाद : यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भले ही 'सबका साथ सबका विकास' का नारा लेकर सत्ता संभाली हो लेकिन उत्तर प्रदेश पुलिस मुस्लिम समुदाय के प्रति अब भी पूर्वाग्रह से काम ले रही है और मुसलमानो से जुड़े मामलो में कार्रवाई करने से बच रही है। ताजा मामला गाजियाबाद के थाना कविनगर के अंतर्गत संजय नगर का है, जहां 21 वर्षीय मुस्लिम शिक्षिका पिछले चार दिनों से लापता है। संजय नगर के मकान न. N-416 में रहने वाले महफूज अहमद की बेटी ज़ैनब पास के ही मानसी विहार कालोनी स्थित लिटिल स्टार स्कूल में मार्च के महीने से पढ़ाती है। रोज की तरह 14 अगस्त को सुबह स्कूल में पढ़ाने के लिए घर से निकली थी। लेकिन दोपहर को स्कूल बंद होने के बाद भी जब वह घर नहीं पहुंची तो घरवाले परेशान हो उठे।


परिजन जब अपनी बेटी के बारे में स्कूल में पता करने गए तो लिटिल स्टार स्कूल के प्रवन्धक ने बताया कि आज तो स्कूल की छुट्टी है जिसे सुनकर परिजनों के होश उड़ गए। आनन-फानन में परिजनों ने बेटी को तलाशने की काफी कोशिश की लेकिन कोइ सुराग नहीं मिला। परिजनों ने अगले दिन 15 अगस्त की सुबह थाना कविनगर में एफआईआर दर्ज कराई लेकिन कमाल की बात है पुलिस ने इतनी भी ज़हमत नहीं उठायी की लापता लड़की के घर और आस पास पूछताछ के लिए कोशिश कर लेती।


स्पेशल कवरेज न्यूज़ ने पहले भी थाना लिंक रोड के अंतर्गत गांव महाराजपुर से सम्बंधित खबर में लिखा था कि पुलिस को दो मुस्लिमों के मरने का इन्तजार, इस खबर के लिखने के अगले दिन पुलिस की मौजूदगी में महाराजपुर में गोली चली जिसमे कई लोग लोग घायल हुए। जबकि मामला प्रदेश के उच्च पुलिस अधिकारियो के संज्ञान में आ चुका था। पुलिस ने खबर में पीड़िता बताई गयी महिला को ही जेल भेज दिया।


'स्पेशल कवरेज न्यूज़' की टीम ने जब परिजनों से बात की तो उन्होंने पुलिस पर कार्यवाही न करने का आरोप लगाया है। परिजनों के मुताबिक, पुलिस आज तक घर पर किसी भी प्रकार की पूछताछ करने नहीं आई है। परिजनों की मानें तो स्कूल के प्रिंसिपल और प्रवंधन पर शक है। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।

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