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फार्मासिस्ट हत्याकाण्ड के शूटर को पुलिस ने पकड़ा

फार्मासिस्ट हत्याकाण्ड के शूटर को पुलिस ने पकड़ा
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Police caught pharmacist killer shooter

फतेहपुर: सनसनी खेज पोस्टमार्टम हाउस प्रभारी दिलीप सिंह पटेल की हत्या का खुलासा करते हुए पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर नउवा बाग स्थित ग्रीन हवेली से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. इससे पूर्व इस हत्या का मास्टर माइंड श्रीलाल को पुलिस पहले ही जेल भेज चुकी है. जबकि तीसरा साथी अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर है. जिसकी पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही है.


बताते चले कि विगत दो जून को फार्मेसिस्ट दिलीप सिंह पटेल की उस समय दिन दहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी जब वह अपने पुत्र के साथ पोस्टमार्टम हाउस ड्यूटी पर आ रहे थे. उधर मृत के पूर्व दिलीप सिंह पटेल के बयान के आधार पर पुलिस ने इस हत्या का मास्टर माइंड व पोस्टमार्टम कर्मचारी श्रीलाल को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था. जिसके जरिए शूटर मोईन पुत्र इस्तिखार निवासी सनगांव व वारिश पुत्र नफीस अहमद निवासी सनगांव का नाम सामने आया.


उधर पुलिस हत्यारों की तलाश मे जुट गयी. क्षेत्राधिकारी सदर समर बहादुर सिंह द्वारा गठित की गयी टीमों ने कोतवाली प्रभारी सचिदानन्द त्रिपाठी राधानगर चैकी इंजार्च धीरेन्द्र सिंह हरिहरगंज चैकी इंचार्ज कैलाश नाथ सिंह बाकरगंज चैकी इंचार्ज प्रदीप कुमार यादव को लगाया गया. कल शाम कोतवाली प्रभारी को मुखबिर ने सूचना दी कि तीन दिन पूर्व हुयी पोस्टमार्टम हाउस प्रभारी हत्या का आरोपी मोईन पुत्र इस्तिखार नउवा बाग स्थित ग्रीन हवेली मे बैठा कहीं भागने की फिराक मे है. मुखबिर की सूचना मिलते ही कोतवाली प्रभारी हरकत मे आ गये और अपने सहयोगी राधानगर एसआई धीरेन्द्र सिंह, बाकरगंज चैकी इंचार्ज प्रदीप कुमार, हरिहरगंज चैकी इंचार्ज कैलाश नाथ सिंह, कांस्टेबिल ओम प्रकाश, रिक्रूट आरक्षी अमित यादव, चालक हेड कांस्टेबेल शमशेर बहादुर सिंह के साथ ग्रीन हवेली पहुंचकर घेराबंदी कर लिया और मुखबिर के इशारे पर मोईन को धर दबोचा.


दोपहर एक बजे क्षेत्राधिकारी समर बहादुर सिंह ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि 2 जून को मोईन अपने साथी वारिश व मास्टर माइंड श्रीलाल के साथ मिलकर कल पोस्टमार्टम प्रभारी दिलीप सिंह पटेल की हत्या की है तथा हत्या मे प्रयुक्त तमंचा राजकीय पालीटेकनिक के बगल स्थित कब्रिस्तान मे लगी सरपत की झाड़ियों मे फेंक दिया था. जिसे आरोपी की निशानदेही मे हत्या मे प्रयुक्त तमंचा व कारतूस बरामद कर लिया गया है.



प्रेस वार्ता के दौरान मोईन खांन ने बताया कि उसकी श्रीलाल से दो साल पूर्व दोस्ती हुयी थी जो उसने हमारी काफी मदद की थी. हत्या के बारे मे जब पूंछा गया तो उसने बताया कि गोली उसी ने मारी है. पुलिस ने दूसरे हत्यारे के खिलाफ कानूनी कार्यवाही कर जेल भेज दिया है. अब केवल तीसरा साथी वारिश पुत्र नफीस जो पुलिस की पकड़ से बाहर है. जिसकी तलाश मे पुलिस संदिग्ध ठिकानों पर छापे मार रही है. क्षेत्राधिकारी सदर के अनुसार जल्द ही तीसरा साथी भी कानून के सिकंजे मे होगा.


नितिन अग्रहरी की रिपोर्ट

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