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मल्लावां/हरदोई: वैसे तो पुलिस की कार्यशैली पर अक्सर सवाल ही उठते हैं पर कल जिस तरहं से यूपी100 की कार्यशैली नजर आई वो काबिले तारीफ है।दरअसल डायल-100 पुलिस की टीम ने गोला डिपो में छूटे इलाहबाद के एक यात्री की बैग उस तक पहुंचा कर जहाँ एक अनूठी मिशाल पेश की।
इलाहबाद निवासी विनय कुमार पुत्र दादूराम गोला डिपो से कानपुर से उन्नाव आये थे। विनय उन्नाव में बस से उतर गए लेकिन उनकी बैग गोला डिपो में ही छूट गई। जब उन्हें याद आया कि बैग गाड़ी में ही रह गई तो कई किलो मीटर तक पीछा किया लेकिन गाड़ी ज्यादा आगे निकल चुकी थी। इसलिए थक हार कर बेठ गये। तभी उनके दिमाग में डायल-100 पर फोन करने का विचार आया और डायल 100 पर बैग गोला डिपो में छुटने की जानकारी दी।
डायल 100 कन्ट्रोल रूम ने रोडवेज गाड़ी की सारी जानकारी ली। इधर गोला डिपो को रोडवेज मल्लावां चौराहे पर पहुंची थी तभी डायल 100 की पीआरवी-2726 से एसआई चन्द्रभान सिंह, कांस्टेबल बिजेंद्र प्रताप सिंह, चालक जैनुद्दीन उतर कर रोडवेज रुकवाई और सीट से बैग उठाकर अपने कब्जे में लिया और फोन पर विनय से पूंछा कि बैग में कितने रूपये है तो उसने बताया कि 2700 रूपये व जरूरी कागजात है। पुलिसकर्मियों ने वह बैग 02 घंटे बाद मल्लावां पहुंचे विनय को दे दिया।
जब इस पूरे घटनाक्रम से स्थानीय लोग वाकिफ हुए तो हैरान रह गए। वहां खड़े लोगों ने पुलिस की इस तत्परता की जमकर सराहना की। वहीँ विनय कुमार दो घन्टे बाद मल्लावां चौराहे पहुंच कर अपनी बैग पाकर खुश था उसके मुँह से थैंक्यू डायल 100 निकला।
रिपोर्ट-ओम त्रिवेदी
हरदोई
शिव कुमार मिश्र
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