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कानून के राज की दुहाई देने वालों क्या यही था तुम्हारा कानून?
उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक सुलखान सिंह ने अलीगढ़ में बीते दिन कहा कि अपराधो को रोका नही जा सकता. अगर किसी सरकार के सुरक्षा तंत्र का मुखिया इस तरह का बयान देता है तो ये उस विभाग की नाकामी है. पुलिस विभाग पर बढ़ता नेताओं का दबाब और पुलिस अधिकारीयों का टूटता मनोबल अपराध की जननी होता है.
यह तस्वीरें कल कानपुर मे पिटते दरोग़ा की बताई जा रही है. और ये सोशल मिडिया पर कल से वायरल हो रही है. अब तक किसी न्यूज एजेंसी द्वारा इन तस्वीरों की पड़ताल की या नहीं की लेकिन ये तस्वीर पुलिस विभाग के बुरे दिनों की चेतावनी है. अगर इसी तरह अपराध पर बढ़े अधिकारीयों का बयान आता रहा तो आने वाले दिनों में स्तिथि और भी नाजुक होने की सम्भावना बनती जा रही है.
कहॉ गया क़ानून का राज, कानून के राज की दुहाई देने वालों इन तस्वीरों पर चुप क्यों हों. आखिर किसी की भी हों ये हरकत तो बिलकुल ना इंसाफी जैसी है. पुलिस की छवि जब जब जनता की नजरों में गिरती है तब तब अपराध चरम सीमा भी लाँघ जाता है. यह तस्वीरें कानपुर की हैं. कल वहां दारोगा समेत कई पुलिसकर्मियों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा गया. प्रदेश में गुंडे जिस तरह पुलिस वालों को पीट रहे हैं उससे पूरी खाकी शर्मसार हो रही है, और तो और पुलिस के मुखिया डीजीपी सुलखान सिंह बयान दे रहे हैं कि अपराधों को रोका नहीं जा सकता, अपराध होते रहेंगे. जाहिर है जब पुलिस मुखिया इस तरह का बयान दे रहे हैं तो अपराधियों के तो हौसले बुलंद होंगे ही. ऐसे ही अप्रैल माह में सहारनपुर के भाजपा सांसद के नेतृत्व में तत्कालीन एसएसपी लव कुमार के आवास में घुसकर तोडफ़ोड़ की गई थी.
हालंकि इन तस्वीरों को देखकर लगता है कि अब उत्तर प्रदेश में कानून के राज की सरकार आ गयी है. मोदी जी और अमित शाह जी क्या यही आपका असली कानून का राज है तो फिर जनता को पहले बताना था. यह तस्वीरें सोशल मिडिया से ली गई है.
उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक नर्सिंग होम में एक युवती के साथ हुए रेप ने विक्राल रूप धारण कर लिया. बर्रा के नर्सिंग हो में एक युवती के साथ कथित तौर पर रेप की घटना सामने आई है. हालांकि पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. लेकिन पीड़िता की मांग है कि नर्सिंग होम बंद करवाया जाए. जिसे लेकर शनिवार सुबह जमकर उत्पात हुआ. सुबह करीब 9 बजे सैकड़ों लोगों की भीड़ बाईपास पर हंगामा करने लगी. इसी दौरान भीड़ और पुलिसवालों के बीच मुठभेड़ हुई जिसमें करीब पांच पुलिसवाले गंभीर रूप से घायल हो गए.
पब्लिक ने पुलिसवालों को दौड़ा- दौड़ाकर पीटा
भीड़ इतनी उग्र हो गई थी कि उन्होंने एक पुलिसवालों को पीट-पीटकर अधमरा कर दिया था. उसे एक इंस्पेक्टर ने रिवॉल्वर दिखाकर बचाया. ये घमासान कबीर पांच घंटे तक चला. फिलहाल पुलिस ने हालात पर काबू पा लिया है. इस मामले का वीडियो भी बनाया गया है. बर्रा थाने में 28 नामजद समेत 300 अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट लिखी गई है. देर रात तक 20 लोग गिरफ्तार किए गए हैं.