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इस गंदगी को कौन खत्म करेगा? मोदी जी?

इस गंदगी को कौन खत्म करेगा? मोदी जी?
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इस खबर को पढ़कर हिल जायेंगे आप ये सत्य है. नहीं बदले हम तो!Who will finish this mess? Mr. Modi?

नकुल चतुर्वेदी की कलम से


हमारा देश हिंदुस्तान आज गंदगी की ओर बढ़ रहा है, वो भी बहुत तेज़ी से. जी हां गंदगी. राजनीतिक गंदगी, धार्मिक गंदगी, जातीय गंदगी, वैचारिक गंदगी।

प्रधानमंत्री मोदी देश को 2022 तक स्वच्छ बनाना चाहते हैं, आप अपील भी कर रहे हैं, योजनाएं भी चला रहे हैं. लेकिन सब बेकार है मोदी जी. आज भारत को स्वच्छ होने की ज़रूरत तो है. लेकिन धरा की गंदगी मिटाने से पहले हमें लोगों के मन की गंदगी मिटानी होगी, उनके अंदर पनप रहे धार्मिक भेदभाव को खत्म करना होगा.. भाई कैसा भी हो भाई होता है ये बताना पड़ेगा, इंसान कैसा भी हो इंसान है ये समझाना पड़ेगा।
न जाने कौन सी दुनिया को खत्म कर रहे हैं हिंदुस्तान के लोग..? कश्मीर में एक मुसलमान पुलिसवाले को पंडित (हिंदू) समझकर मार दिया जाता है, तो वहीं हरियाणा में एक 16 साल के लड़के का कत्ल कर दिया जाता है? क्योंकि वो मुसलमान था..!
आखिर ये नफ़रत क्यों ? और किसके लिए?
उसके लिए जिसको भगवान ने आप जैसा ही बनाया है.? उसके लिए जो आपकी ही तरह बोलता है.?
उसके लिए जिसके पास आप जैसा ही एक परिवार है.?
उसके लिए जो आपकी तरह कोई नौकरी करता है.?
उसके लिए जो आपकी तरह दिनभर काम करता है.?
विचार अलग होना सबका अधिकार है.. मुझे मेरे मम्मी पापा अच्छे लगते हैं, आपको अपने लगते हैं.. क्योंकि वो हमारे मम्मी पापा हैं.. लेकिन क्या हम उनके लिए लड़ें..? अपने-अपने #श्रेष्ठ बताकर.. ठीक इसी तरह धर्म है.. हमें समझना है कि #सबका_महत्व अपनी जगह है।
इसलिए दोस्तों धर्म के नाम पर #इंसानियत का कत्ल बंद करो.. इंसान को इंसान समझो, एक दूसरे के विचारों, मान्यताओं का आदर करो.. न हिन्दू बनो न मुसलमान बनो.. बस सबसे पहले एक अच्छे इंसान बनो।
अगर आप ये मानते हैं कि नेता नफ़रत फैलाते हैं तो आप गलत हैं.. हम जब तक न चाहें कोई हमसे कुछ नहीं करवा सकता.. इसलिए गलतफहमी छोड़िए.. और खुद से इस प्रेम की शुरुआत कीजिए... कोई हिन्दू नेता अगर मुसलमानों को गाली दे तो पहले हिन्दू उसका विरोध करें और अगर कोई मुसलमान नेता हिंदुओं को गाली दे तो मुसलमान उसका विरोध करें। देखना देश बदलता चला जाएगा.. और उसके लिए 2022 का इंतज़ार करने की ज़रूरत नहीं.. ये हम 2020 से पहले ही कर सकते हैं... जय हिंद.. जय हिंदुस्तान।
इंसानियत से बड़ा कोई धर्म नहीं और प्रेम से बड़ा कोई कर्म नहीं, इसलिए सबसे प्रेम करो।... और हां मैं किसी पार्टी का नहीं देश का एजेंट हूं.


शिव कुमार मिश्र

शिव कुमार मिश्र

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